- अनुपमा अब अपनी उड़ान भरने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
- अनुपमा अब बेड़ियां तोड़कर आगे बढ़ने का फैसला कर चुकी है।
- अनुज को भी अनुपमा के आगे बढ़ने के फैसले से गर्व महसूस होगा।
वनराज ने हमेशा अनुपमा पर उंगली उठाई है, चाहे वे शादीशुदा हो या उनका तलाक हो गया हो। वनराज उसे जीवन में सफल होते या अन्य किसी और आदमी के साथ नहीं देख सकता है। बाबूजी घर वापस आते हैं और वनराज बताता है कि उसने अनुज कपाड़िया ने बहुत ठेस पहुंचाई है। वनराज तब अनुपमा को आते देखता है और इससे पहले कि वह उससे सवाल करना शुरू करता, अनुपमा वनराज से सॉरी कहती है। वह फिर एक स्टूल लाती है और उस पर खड़ी हो जाती है और वनराज से कहती है कि उसे डर है कि अनुपमा पेशेवर रूप से उसके बराबरी पर पहुंच गई है और वह इसे सहन नहीं कर पा रहा है।
वनराज, अनुपमा को जवाब दे ही रहा होता तभी बा उसे किसी अन्य पुरुष के साथ काम ना रहने के लिए कहती है, तभी अनुपमा उसे तुरंत याद दिलाती है कि वह घर में पहले से ही अन्य व्यक्ति वनराज के साथ रह रही है। जब अनुपमा स्टूल से नीचे उतरती है, तो वनराज उसकी औकात के बारे में बात करके मजाक उड़ाता है और उससे कहता है कि वह हमेशा उससे ऊपर रहेगा।
इस बीच अनुज, अनुपमा को लेकर चिंतित है। वह उसे फोन करना चाहता है लेकिन खुद को रोकता है। अगले दिन, अनुपमा को काम पर वापस देखकर वह हैरान रह जाता है। इतना ही नहीं अनुज, अनुपमा पर गर्व महसूस करता है।
काव्या और वनराज में होगी बहस
अनुपमा के आने वाले एपिसोड में हम देखेंगे कि वनराज और काव्या के बीच कुत्ते-बिल्ली के जैसे बड़ी बहस होने वाली हैं। जहां काव्या, वनराज से कहती है कि वो अनुज और अनुपमा के प्रति ऑबसेस्ड है और उसे कैफे में व्यंजनों का नाम उनके नाम पर रखना चाहिए। काव्या उस पर कटाक्ष करती है और उसे एक जली हुई चाय बुलाती है। साथ ही छाच अनुपमा और रिच कॉफी अनुज नाम भी देती है। दोनों के बीच तीखी बहस होती है, दोनों की बिगड़ती बॉन्ड अनुपमा को फिर से प्रभावित कर रही हैं क्योंकि बा उस पर उनके झगड़े का आरोप लगा रही है।
आपको बताते चलें अनुपमा अब अपनी उड़ान भरने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उसे अनुज की एक-एक बात याद आ रही है कि कैसे उसे बेड़ियां तोड़कर आगे बढ़ना होगा। क्योंकि वनराज और शाह परिवार ने हमेशा उसे दुख ही दिया है यहां तक कि उसकी कामयाबी पर भी कभी खुशी जाहिर नहीं की है। इसलिए अब अनुपमा ने तय कर लिया है वो सिर्फ वही करेगी जो उसका मन करेगा।