- रामानंद सागर की रामायण के 'राम' यानि अभिनेता अरुण गोविल बीजेपी के हो गए हैं।
- पार्टी में शामिल होने से पहले उन्होंने बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।
Famous characters of ramayan and mahabharat who joined BJP: रामानंद सागर की रामायण के 'राम' यानि अभिनेता अरुण गोविल बीजेपी के हो गए हैं। गुरुवार को नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर पार्टी ज्वाइन की। पार्टी में शामिल होने से पहले उन्होंने बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। अरुण गोवित पश्चिम बंगाल में भाजपा का प्रचार भी करेंगे।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में खबर आई थी कि अरुण गोविल इंदौर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि ऐसा नहीं हुआ था। बता दें कि अरुण गोविल से पहले रामायण और महाभारत के कई सितारे भाजपा का दामन थाम चुके हैं। उनसे पहले ' माता सीता', 'हनुमान', 'कृष्ण' और 'द्रौपदी' को भी भाजपा ही भाई।
बीजेपी से सांसद बनी थीं 'माता सीता'
'रामायण' में माता सीता का किरदार निभाने वालीं दीपिका चिखलिया भी 1991 में बीजेपी के टिकट पर लोकसभा सांसद बन चुकी हैं। गुजरात की वडोदरा सीट से उन्होंने जीत दर्ज की थी।
गुजरात से सांसद बने थे 'रावण'
'रामायण' में रावण का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरविंद त्रिवेदी भी बीजेपी के टिकट पर सांसद रह चुके हैं। साल 1991 में ही गुजरात के साबरकांठा लोकसभा से बीजेपी ने उन्हें चुनाव लड़ाया था और वह जीतकर संसद पहुंचे थे। 2002 में वह सेंसर बोर्ड के ऐक्टिंग चेयरमैन भी बने।
राज्यसभा पहुंचे थे 'हनुमान'
'रामायण' में हनुमान का किरदार निभाने वाले दारा सिंह 2003 में बीजेपी से मनोनीत सदस्य के तौर पर राज्यसभा पहुंचे थे।
महाभारत के 'कृष्ण' रहे बीजेपी सांसद
बीआर चोपड़ा के धारावाहिक 'महाभारत' में नीतीश भारद्वाज ने कृष्ण की भूमिका निभाई थी। उन्होंने 1996 में बीजेपी के टिकट पर झारखंड के जमशेदपुर से चुनाव लड़ा और जीते। जब वह चुनाव प्रचार के लिए जाते थे लोग उनका पैर छू आशीर्वाद लिया करते थे। वह बीजेपी के प्रवक्ता भी रहे थे।
राज्यसभा सांसद हैं महाभारत की 'द्रौपदी'
महाभारत में द्रौपदी का किरदार निभाने वाली रूपा गांगुली 2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले 2015 में वह बीजेपी में शामिल हुई थीं। अक्टूबर 2016 में उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था। बंगाल के पिछले विधानसभा चुनाव में वह हावड़ा नॉर्थ से चुनाव भी लड़ीं लेकिन हार गईं।