- अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का 5 अक्टूबर को निधन हो गया।
- विक्रम और बेताल सीरियल के दौरान अरविंद ने रावण की भूमिका के लिए टेस्ट दिया था।
- प्रेम सागर ने बताया अभिनेता अरविंद से जुड़ा एक किस्सा।
रामायण के 'रावण' यानि हमारे सबके चहेते अरविंद त्रिवेदी का 5 अक्टूबर को निधन हो गया। अब हाल ही में रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने उनसे जुड़ी कुछ सबसे प्यारी यादों को शेयर किया है। प्रेम सागर ने दिवंगत अभिनेता की फिल्मों के सेट से जुड़ा एक अनसुना किस्सा शेयर किया है।
प्रेम सागर ने बताया, 'मैंने उन्हें (अरविंद को) गुजराती मंच से लिया था। वह एक शानदार अभिनेता थे, लेकिन अपने स्टार भाई उपेंद्र त्रिवेदी की छाया में रहते थे, जो बेहद लोकप्रिय थे। उन्होंने हम तेरे आशिक हैं फिल्म में काम किया था। तब हेमा मालिनी के साथ एक सीन था जिसमें उन्हें हेमा को थप्पड़ मारना था। उन्होंने इसे करने के लिए 20 टेक लिए थे। बाद में हेमाजी और मैंने उनसे कहा कि उन्हें यह भूल जाना चाहिए कि वह एक बहुत बड़ी स्टार हैं और सीन पूरा करना चाहिए। फिर उन्होंने इस सीन को किया था।'
एक और दिलचस्प घटना लोकप्रिय टेलीविजन शो विक्रम और बेताल के सेट पर हुई थी। इस सीरियल के दौरान अरविंद का रावण की भूमिका के लिए भी टेस्ट लिया गया था।
प्रेम सागर ने खुलासा किया कि हमने विक्रम और बेताल में फिर से साथ काम किया। मैंने उन्हें एक तांत्रिक की भूमिका के लिए साइन किया और उन्होंने मुझसे कहा कि वह एक विशेष तरीके से हवन दृश्य करेंगे। मुझे लगा कि यह ईशनिंदा होगी लेकिन उनके पास तांत्रिक ज्ञान था। तभी विक्रम और बेताल की शूटिंग के दौरान हमने रावण की भूमिका के लिए उनका टेस्ट लिया था।
अरविंद की तारीफ करते हुए प्रेम सागर ने कहा कि वह हमारे पास अब तक के सबसे अच्छे रावण हैं। उस भूमिका को उनसे बेहतर कोई नहीं निभा सकता था। वह एक बहुत बड़े शिव भक्त थे और उन्होंने संस्कृत में पूरे शिव स्तोत्र का पाठ किया था। अरविंदजी रावण की भूमिका निभाने के लिए बने थे। वह एक बेहतर अभिनेता और एक बेहतर इंसान थे।
द कपिल शर्मा शो में नहीं आ सके थे अरविंद त्रिवेदी
अरविंद त्रिवेदी और मैं संपर्क में थे। मैंने उन्हें द कपिल शर्मा शो के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन उनकी पत्नी ने मुझे बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं हैं और बोलने में असमर्थ हैं। वह एक बहुत बड़े स्टार थे और लोगों के लिए उन्हें इस तरह देखना अच्छा नहीं होता। फिर से, मैंने उन्हें अपनी पुस्तक के विमोचन के लिए एक निमंत्रण भेजा था, लेकिन तब उनका स्वास्थ्य खराब हो गया था। लेकिन मुझे पता है कि स्वर्ग में भगवान राम बैकुंठ धाम में उनसे मिलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।