- भारती सिंह ने एक शॉकिंग खुलासा किया है।
- बताया कैसे उन्हें शोज के दौरान गलत तरीके से छुआ जाता था।
- तब भारती को समझ नहीं आता था कि लोग उन्हें छेड़ते थे।
कॉमेडियन भारती सिंह कभी भी मनोरंजन जगत में होने वाली चीजों के बारे में खुलकर बोलने से नहीं कतराती हैं। अब भारती सिंह ने अपने अतीत की कुछ बुरी घटनाओं के बारे में बात की है। भारतीय टेलीविजन की लाफ्टर क्वीन भारती सिंह ने मनीष पॉल के साथ बातचीत करते हुए बताया कि कैसे पहले उन्हें शोज के दौरान गलत तरीके से छुआ जाता था। अभिनेत्री-कॉमेडियन भारती सिंह शो में अपनी मां के साथ जाने के बारे में बात कर रही थीं, जब उन्होंने बताया कि उन्हें समझ में नहीं आता था कि कुछ लोग उन्हें छेड़ते थे।
भारती सिंह बताया कि कैसे लोग उनकी मां को आश्वस्त करते थे कि वे उसकी देखभाल करेंगे। न तो भारती ने और न ही उसकी मां ने कभी इन सब हरकतों के बारे में सोचा। द कपिल शर्मा शो की स्टार भारती बताती हैं, 'मेरी मां मेरे साथ शोज में जाती थी। आजकल मैंने देखा है कि पिता अपने बच्चों के साथ ट्रेवल करते हैं। लेकिन तब, माताएं हमारे साथ आती थीं। लोग कहते थे चिंता मत करो आंटी, हम ध्यान रखेंगे। तब मॉर्डन चीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी... किसी ने मेरी बैक पर हाथ फेर दिया, मुझे नहीं पता था कि उसने मुझे छेड़ा था।'
कई बार भारती सिंह के साथ ऐसा
मनीष ने जब पूछा कि क्या शो के दौरान उनके साथ ऐसा हुआ है तो भारती सिंह ने बताया कि ऐसा कई बार हुआ है। भारती सिंह बताती हैं कि कॉर्डिनेटर्स जो आपको भुगतान करते हैं। वे आपकी पीठ पर अपना हाथ रगड़ेंगे। मुझे पता है कि यह एक अच्छा अहसास नहीं है, लेकिन मुझे लगता था कि वो मेरे अंकल की तरह है, वो बुरे नहीं हो सकते। शायद मैं गलत हूं और वह सही है। भारती तब वो सब नहीं समझती थी जो अब वो जानती हैं।
'अब मुझसे अपने अधिकारों के लिए लड़ने की हिम्मत है'- भारती सिंह
कॉमेडियन भारती का मानना है कि भगवान ने हर महिला को सामने वाले के इरादों को नोटिस करने की शक्ति दी है। जब नीयत ठीक नहीं होती तो महिलाएं जानती हैं। तो मैंने सोचा कि यह सही नहीं लगता है। मुझे मनीष तब समझ नहीं थी। अब चीजें अलग हैं। भारती अब वह अपने लिए बोल सकती है और अपने शरीर, अधिकारों के लिए लड़ सकती है। मुझमें लड़ने का आत्मविश्वास है। मैं कह सकती हूं कि क्या बात है, आप क्या देख रहे हैं, बाहर जाओ... हम अब बदल रहे हैं। मैं बोल सकती हूं, तब मुझमें हिम्मत नहीं थी।
भारती का मानना है कि आज के बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में बताना बहुत जरूरी है। बच्चे समझें कि वे लोगों को ना कह सकते हैं यदि उन्हें लगता है कि कुछ सही नहीं है।