- सपना चौधरी ने बताया फिल्म इंडस्ट्री के बाहरी लोगों के लिए ब्रेक पाना काफी संघर्षभरा रहता है।
- सपना चौधरी ने बताया- स्टारकिड्स को आक्रामक तरीके से इंडस्ट्री में लॉन्च किया जाता है।
- सपना के मुताबिक आउटसाइडर और इनसाइडर के बीच स्वर्ग और नर्क का अंतर होता है।
फिल्मों में मुख्य भूमिका पाना और बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाना किसी अभिनेता या अभिनेत्री के लिए कभी भी आसान नहीं होता है। कई सेलेब्स ने बताया है कि कैसे फिल्म इंडस्ट्री के बाहरी लोगों के लिए ब्रेक पाना काफी संघर्षभरा रहता है। अब बिग बॉस की एक्स कंटेस्टेंट सपना चौधरी ने फिल्म इंडस्ट्री की कुछ कठोर वास्तविकताओं का खुलासा किया। हरियाणावी डांसर और अभिनेत्री सपना चौधरी ने बिग बॉस 11 में हिस्सा लेकर प्रसिद्धि हासिल की थी और इसके बाद बॉलीवुड डेब्यू भी किया था।
अब एक इंटरव्यू में बातचीत के दौरान सपना चौधरी ने बताया कि बॉम्बे एक ऐसी जगह है जहां मेरा मानना है कि इसके अधिकांश लोगों की आय का स्रोत बॉलीवुड और टेलीविजन इंडस्ट्री है। ऑडिशन ईमानदारी से किसी घोटाले से कम नहीं हैं। लाखों लोग कास्ट होने की उम्मीद लेकर आते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में, यह सब पहले से तय होता है।
सपना चौधरी ने बताया कि अप्रिय अनुभव तो कहीं भी हो सकते हैं ये बॉस और एम्पलाई के बीच भी होते हैं। मैंने भी कड़वी स्थितियों का अनुभव किया है, जो किसी भी काम के माहौल में एक हिस्सा और पार्सल के रूप में आता है। लेकिन आप उससे निकलते हैं ये बड़ी बात है। अगर कोई मेरे साथ (कास्टिंग काउच) गड़बड़ करता है, तो मैं वह हूं जो उस व्यक्ति के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करा सकती हूं, मैं कई साल के बाद इसके बारे में बोलने का इंतजार नहीं कर सकती हूं।'
स्टारकिड्स को आक्रामक तरीके से इंडस्ट्री में पुश किया जाता है- सपना चौधरी
बॉलीवुड में आउटसाइडर के वेलकम पर भी सपना चौधरी ने बात की। सपना ने बताया कि बॉलीवुड बिल्कुल भी आउटसाइडर का स्वागत नहीं करता है। एक दिलचस्प बात जो मैंने सेलिब्रिटी बच्चों के बारे में जानी है कि वो कहते हैं कि उनकी गलती नहीं है कि वे जनता के पसंदीदा और बड़े बैनर की फिल्मों का हिस्सा है। दरअसल उन्हें आक्रामक तरीके से इंडस्ट्री में पुश किया जाता है। भले ही उनकी पहली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर काम ना करे, फिर भी उनके पास इनवेस्टर्स और प्रोड्यूसर्स की लंबी लाइन होती है जो कि आउटसाइडर के मामले में नहीं होता है।
'आउटसाइडर और इनसाइडर के बीच स्वर्ग और नर्क का अंतर'
सपना चौधरी ने बताया कि बाहरी लोगों को दूसरा मौका नहीं मिलता है और अगर उनकी पहली फिल्म फ्लॉप हो जाती है, तो वे विफलता के लिए पूरी तरह दोषी होते हैं। इतना ही नहीं ये उनकी आखिरी फिल्म भी हो सकती है। दूसरी तरफ अगर मैं स्टार किड होती तो शायद मैं भी यही कहती कि इसमें मेरी कोई गलती नहीं है। मेरा टॉप पर होना तय है, लेकिन स्टार किड्स इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि उनके पास अनंत मौके, अवसर और संपर्क हैं। बाहर वालों के पास कुछ नहीं है। वे क्या पहनते हैं, कैसे बात करते हैं और कितनी अच्छी तरह अंग्रेजी बोल सकते हैं इन सबसे आंका जाता है। तो आउटसाइडर और इनसाइडर लोगों के बीच स्वर्ग और नर्क का अंतर है और इंडस्ट्री बाहरी लोगों का बिल्कुल भी स्वागत नहीं कर रहा है।