- मोदी सरकार में कद्दावर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का आज जन्मदिन है।
- 23 मार्च 1976 को स्मृति ईरानी का जन्म दिल्ली में हुआ था।
- राजनीति में आने से पहले स्मृति ईरानी मॉडलिंग और एक्टिंग करती थीं।
Smriti Irani Birthday Her journey and Struggle: जानी मानी अदाकारा और मोदी सरकार में कद्दावर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का आज जन्मदिन है। 23 मार्च 1976 को स्मृति ईरानी का जन्म दिल्ली में हुआ था। राजनीति में आने से पहले स्मृति ईरानी मॉडलिंग और टेलीविजन की दुनिया में भी काम कर चुकी हैं। स्टार प्लस पर आने वाले एकता कपूर के लोकप्रिय सीरियल क्योंकि सास भी कभी बहू थी में तुलसी के किरदार ने उन्हें घर घर में लोकप्रिय बनाया।
स्मृति ईरानी ने साल 1998 में फेमिना मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. जहां वो फाइनल में जगह बनाने में भले ही कामयाब रही लेकिन विजेता नहीं बन पाई। इसके बाद साल 2000 में 'हम है कल आज कल और कल' से टेलीवीजन सीरियल की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद उन्हें एकता कपूर के शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में लीड रोल मिला। इस शो ने उन्होंने कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचाया। उन्होंने पांच इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवॉर्ड्स, चार इंडियन टेली अवॉर्ड्स और 8 स्टार परिवार अवॉर्ड्स अपने नाम किए।
स्मृति ईरानी वो शख्सियत हैं जो एक्टिंग से लेकर राजनीति की दुनिया में शीर्ष पर पहुंची हैं। आज वह महिला सशक्तिकरण का सबसे बडा उदाहरण हैं और हजारों लोग उनसे प्रेरित होते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके बारे में बचपन में एक पंडित ने भविष्यवाणी की थी- यह लड़की जीवन में कुछ नहीं कर पाएगी।
बता दें कि स्मृति ईरानी जब छोटी थीं तो उनके माता-पिता ने अपनी बेटियों का भविष्य पता करने के लिए घर पर एक पंडित को बुलाया। पंडित ने जैसे ही कहा कि बड़ी लड़की (स्मृति ईरानी) का कुछ नहीं होगा तो स्मृति ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा कि आज से 10 साल बाद आप मुझसे मिलना। अपनी मेहनत और लगन के बल पर स्मृति ईरानी ने उस भविष्यवाणी को झुठला दिया।
स्मृति ईरानी आज लाखों महिलाओं के लिए उदाहरण हैं और उनकी प्रेरणा भी हैं। स्मृति ईरानी इस समय भारत सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। इससे पहले शासनकाल में वह मानव संसाधन विकास मंत्री, सूचना-प्रसारण और टेक्सटाइल मंत्री रही हैं।
राहुल गांधी को अमेठी में दी शिकस्त
उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अमेठी से टक्कर दी थी और हार के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें मंत्री बनाया था। उसके बाद 2019 के चुनाव में उन्होंने राहुल गांधी को शिकस्त दी। हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वह स्टार कैंपेनर थीं।
बैग पैक कर चली गई थीं मुंबई
स्मृति ईरानी पंजाबी फैमिली से हैं और उनके पिता एक छोटी सी कुरियर कंपनी चलाते थे। स्मृति के माता-पिता को भी नहीं मालूम था कि स्मृति के लिए कौन सा करियर अच्छा रहेगा और उन्होंने कभी भी इस बारे में स्मृति से बात ही नहीं की थी। इन हालातों में स्मृति ने अपना बैग पैक किया और मुंबई आ गईं। इस चुनौती के बाद स्मृति ने अभिनय की दिशा में कद बढ़ाया और बाद में राजनीति में आ गईं।