- नील भट्ट, आयशा सिंह और ऐश्वर्या शर्मा जनता के बीच एक घरेलू नाम बन गए हैं।
- गुम है किसी के प्यार में की स्टारकास्ट की पर एपिसोड फीस आपको सदमे में छोड़ देगी।
- जानें एसीपी विराट चव्हाण से भवानी तक, किसे मिल रही कितनी फीस।
Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin Starcast Fees : गुम है किसी के प्यार में एक बार फिर बार्क रेटिंग में शीर्ष पांच में प्रवेश कर गया है। यह सबसे ज्यादा देखे जाने वाले टेलीविजन धारावाहिकों में से एक है। फैन्स हमेशा कोशिश करते हैं कि एक भी एपिसोड मिस न करें। शो के जरिए नील भट्ट, आयशा सिंह और ऐश्वर्या शर्मा जैसे कलाकार जनता के बीच एक घरेलू नाम बन गए हैं। उन्होंने अपने किरदारों को निभाने के लिए खूब तारीफें बटोरी हैं। लेकिन आप सोच रहे होंगे कि उनकी प्रति एपिसोड सैलरी कितनी होगी?
गुम है किसी के प्यार में की स्टारकास्ट की पर एपिसोड फीस आपको सदमे में छोड़ देगी। शो के मेन लीड नील भट्ट निभा रहे हैं, जो कि एसीपी विराट चव्हाण की भूमिका में हैं। नील भट्ट, प्रति एपिसोड 1 लाख रुपये चार्ज करते हैं। वहीं पाखी और सई दोनों की फीस भी तगड़ी है। डॉ. सई जोशी का किरदार निभाने वालीं मुख्य अभिनेत्री आयशा सिंह कथित तौर मोटी फीस लेती हैं। उनको प्रति एपिसोड 80000 रुपये फीस मिलती है। वह शो में विराट की पत्नी का किरदार निभा रही हैं।
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पाखी को मिलती है इतनी फीस
सई के साथ कहानी में लीड रोल ऐश्वर्या शर्मा का भी है, जो कि पत्रलेखा / पाखी का किरदार निभाती हैं। वो प्रति एपिसोड 70,000 रुपये कमाती हैं। उसका किरदार ग्रे शेड है जो विराट के सई से शादी करने से खुश नहीं है। उसने साईं के जीवन को बर्बाद करने के लिए सब कुछ किया है। इस वजह से उनके किरदार को काफी नफरत मिली है। हालांकि ऐश्वर्या शर्मा और नील भट्ट वास्तविक जीवन में भी विवाहित हैं।
बाकी सितारों की इतनी है फीस
गुम है किसी के प्यार में भवानी काकू की भूमिका निभाने वालीं किशोरी शहाणे जैसे अन्य कलाकार प्रति एपिसोड 60,000 रुपये कमाते हैं। दूसरी ओर मिताली नाग द्वारा अभिनीत देवी ताई को प्रति एपिसोड 55,000 रुपये मिलते हैं। लीप के बाद उनके किरदार ने शो को अलविदा कह दिया है। शो में सम्राट की भूमिका निभाने वाले योगेंद्र विक्रम सिंह को प्रति एपिसोड 40,000 रुपये लिए थे, उन्होंने भी शो छोड़ दिया है।
शो की बात करें तो इसमें पांच साल का लीप लिया गया है। लीप के बाद सई, चव्हाण हाउस छोड़ चुकी हैं और अपनी बेटी सावी के साथ एक छोटे से गांव में रह रही हैं। वहीं पाखी को परिवार, सई और विराट के बच्चे विनायक की सारी जिम्मेदारियां निभाते हुए दिखाया गया है। चव्हाण परिवार और विराट, सई के जीवित होने और सावी के बारे में अनजान हैं। लीप के बाद कहानी सावी और विनायक पर केंद्रित है।