- शालीन मल्होत्रा के फैन्स के लिए एक दुखद खबर है।
- टीवी अभिनेता की मां का निधन हो गया है।
- शालीन मल्होत्रा को इश्कबाज, ये है आशिकी और आखिरी बार मेरे डैड की दुल्हन जैसे शोज के लिए जाना जाता है।
टीवी अभिनेता शालीन मल्होत्रा के फैन्स के लिए एक दुखद खबर है। इश्कबाज, ये है आशिकी और आखिरी बार मेरे डैड की दुल्हन में नजर आए शालीन मल्होत्रा की जिंदगी मुश्किल वक्त से गुजर रही है। क्योंकि हाल ही में अभिनेता ने अपनी मां को खो दिया है। शालीन मल्होत्रा अपनी मां के बेहद करीब रहे हैं। अब शालीन मल्होत्रा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर मां के निधन की जानकारी देते हुए अपनी भावनाओं को जाहिर किया है।
टीवी अभिनेता शालीन मल्होत्रा ने लंबी पोस्ट में अपनी मां को एक प्रेरणा और एक योद्धा बताया है। साथ ही उन्होंने लिखा है कि वो अपने फोन स्क्रीन पर 'माँ कॉलिंग' को बहुत याद करेगे। शालीन मल्होत्रा को हमेशा अपनी मां का समर्थन मिला और इसीलिए वो साहसी रहे, लेकिन अब वो डर गए हैं।
शालीन ने यह भी शेयर किया कि उनकी मां 21 साल तक एक बीमारी से लड़ीं। डॉक्टरों ने उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन उन्होंने चुनौती दी और बीमारी को कड़ी फाइट देकर वापस आईं।
अर्जुन अभिनेता शालीन मल्होत्रा ने लिखा इमोशनल नोट
शालीन मल्होत्रा ने अपने पोस्ट में लिखा, 'मां... ये सिर्फ शब्द नहीं अहसास है। और दूसरे हर रिश्ते से बहुत खास है। लोग कहते हैं मैं तुझसा हूं अगर आधा तुझसा बन सकता तो खुद को जीता मानूंगा। आपको जैसी स्त्री कभी नहीं देखी और मैं यह इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि मैं आपका बेटा हूं। हर कोई अपने माता-पिता से प्यार करता है, लेकिन मां तुम एक रॉकस्टार थीं, तुम 21 साल तक एक बीमारी से लड़ती रहीं, डॉक्टर ने हार मान ली और तुमने उन्हें चुनौती दी और वापस आईं। जीवन ने कभी तुम्हारे साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया।'
'आपने शर्त लगाकर जिंदगी जी, मैं लकी हूं कि आप मेरी मां हैं। आप शेरनी थीं मां और हमेशा बनी रहेंगी। आप एक योद्धा हैं... किसी से आप एक बार मिले हों या जिनसे रोज मिलते हों। सब फैन हैं आपके, हर व्यक्ति आपका हो जाता है। मैं आपको अलविदा नहीं कहूंगा क्योंकि मुझे इससे नफरत है। तू मुझमें जिंदा है मां और आपके जैसा बनने की कोशिश करूंगा। अपनी फोन स्क्रीन पढ़ी आपको कॉल आना बहुत याद आएगा। केवल एक आप ही वो शख्स थीं जो पूछती थीं कि क्या मैं ठीक हूं? क्या खाना खा लिया? अब वो नहीं होगा। अब दुनिया में डर लग रहा है पहले मां है ना तो डर कैसा ये था। अस्पताल में भी डॉक्टर्स लोगों का आपका उदाहरण देते हैं। जिन्दगी से सही कभी मायने सिर्फ आपको आते थे.... फिर मिलेंगे मां।'