- नोएडा का सुपरटेक ट्विन टावर ध्वस्त हो गया है।
- ट्विन टावर में कुंडली भाग्य के एक्टर मनित जौरा का भी फ्लैट था।
- मनित जौरा ने बताया कि कितने पैसे उन्हें मिले वापस।
Kundali Bhagya Actor Manit Joura: नोएडा में अवैध रूप से निर्मित सुपरटेक ट्विन टॉवर्स को मात्र नौ सेकंड के अंदर ध्वस्त कर दिया गया था। 100 मीटर ऊंची इन इमारतों को साल 2021 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए ऐतिहासिक फैसले का पालन करते हुए जमींदोज किया गया था। एपेक्स और सियान नाम की इन इमारतों में घर खरीदने वाले लोगों को सरकार की तरफ से बतौर हर्जाना, निवेश की 70 प्रतिशत राशि वापस लौटा दी गई है।
जी टीवी के कुंडली भाग्य सीरियल में ऋषभ लूथरा का किरदार निभाने वाले मनित जौरा भी घर टूटने का दर्द महसूस कर रहे हैं।
सुपरटेक ट्विन टावर में टीवी अभिनेता मनित जौरा ने भी एक बड़ी राशि निवेश की थी। सोशल मीडिया पर कुंडली भाग्य की उनकी को स्टार श्रद्धा आर्या ने उनसे इस बारे में पूछा था। श्रद्धा द्वारा शेयर की गई इस वीडियो में मनित का दर्द साफ दिख रहा है। मनित ने सुप्रीम कोर्ट को फ्लैट धारकों को मुआवजा देने के प्रावधान के लिए शुक्रिया कहते हुए बताया कि, 'मुझे 70 प्रतिशत से भी कम का अमाउंट वापस मिला है। जिसका मतलब है कि ये मार्केट वैल्यू से भी कम है, लेकिन मैं इस बात से खुश हूं कि मैंने जितना निवेश किया था उसका एक बड़ा हिस्सा मुझे दोबारा मिल गया है।'
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नहीं देखा ट्विन टावर गिरते हुए
मनित ने श्रद्धा से बातचीत में ये भी बताते हैं कि एक तरफ जहां पूरा देश इन इमारतों को बड़े रोमांच और चाव से गिरते देख रहा था। वहीं दूसरी और मनित ने वो वीडियोज देखे ही नहीं। बकौल मनित, 'ये दौर मेरे लिए बहुत मुश्किल था मगर मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा ये बड़ा ऐतिहासिक कदम उठाया गया जो जरूरी था।' हालांकि उन्होंने कहा कि उनका ट्विन टावर से संबंधित एक चैट ग्रुप जरूर है जिस पर किसी ने ये वीडियो भेजा था। नोएडा के सेक्टर 93 ए में स्थित सुपरटेक ट्विन टावर लंबे समय से कई तरह के विवादों से घिरे हुए थे।
सुपरटेक ट्विन टावर बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के नियमों का उल्लंघन करते हुए बनाई गई थी। करीब 700-800 करोड़ रुपये की लागत में बनी इन इमारतों को बीते 28 अगस्त को सरकार द्वारा 17.55 करोड़ रुपये में विस्फोटकों के माध्यम से ध्वस्त किया गया। ऐसा करने के लिए बिल्डिंग के हर पिलर में बारूद लगाया गया था। कुल 9 से 10 में 3700 किलो बारूद के इस्तेमाल से ये इमारतें गिराई गई।