- लॉक अप शो में कंगना रनौत ने बचपन में छेड़छाड़ का किस्सा शेयर किया।
- मुनव्वर फारूकी ने बताया कि वह बचपन में यौन शोषण का शिकार हो चुके हैं।
- मुनव्वर फारूकी की ये बात सुनकर कंगना रनौत ने बचपन में छेड़छाड़ का किस्सा शेयर किया।
Kangana Ranaut Lock Upp. रिएलिटी शो लॉक अप में कंटेस्टेंट्स के बाद अब शो की होस्ट कंगना रनौत ने भी अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़े खुलासे किए हैं। कंगना रनौत ने शो में बताया कि बचपन में उनके साथ गंदी हरकत हो चुकी है। लॉकअप में मुनव्वर फारूकी ने इससे पहले बताया था कि वह छोटी सी उम्र में यौन शोषण का शिकार हो चुके हैं।
लॉकअप शो (Lock Upp) में मुनव्वर फारूकी (Munawwar Faruqui) ने सायशा शिंदे को बचाने के लिए अपना सीक्रेट शेयर किया। उन्होंने कहा, 'मैं जब छह-सात साल का था जब मेरे साथ यौन शोषण हुआ था। वह मेरे रिश्तेदार थे। ये चार-पांच साल चला था। वह परिवार का एक करीबी सदस्य था और मुझे तब समझ में नहीं आया था। चौथे साल जब चीजें हद से आगे बढ़े गई तब मुझे समझ आया कि अब रोक देना चाहिए। मैंने ये किसी के साथ शेयर नहीं किया। मैंने ये सब झेला है। मुझे किसी को आज तक ये बात नहीं बताई है। मुझे लगा कि मेरे पिता को पता होगा। उन्होंने ऐसा कुछ मुझसे कहा था जिसके बाद मुझे लगा।'
कंगना रनौत ने सुनाया ये किस्सा
कंगना रनौत कहती हैं, 'मुनव्वर, ऐसे बहुत बच्चे हैं जिन्हें ऐसे शोषण का सामना करना होता है लेकिन, पब्लिक प्लेटफॉर्म पर इसकी चर्चा नहीं करते हैं। हर किसी को बचपन में गलत तरीके से छुआ गया है। ऐसा मैंने भी एक्सपीरियंस किया है। मैं जब छोटी सी थी तब मेरे शहर में, मुझसे कुछ साल बड़ा एक लड़का था। वह मुझे गलत तरीके से छुआ करता है। लेकिन, मुझे तब पता नहीं था कि इसका क्या मतलब होता है। हर बच्चा ऐसी चीजों से गुजरता है भले ही कितना सपोर्टिव परिवार क्यों न हो।'
पांच साल की उम्र में हुई छेड़छाड़
कंगना रनौत एक और किस्सा बताते हुए कहती हैं, 'हमारे महोल्ले में छोटी उम्र का ही लड़का था लेकिन, हमसे तीन-चार साल बड़ा था। हम बच्चे बहुत छोटे-छोटे थे। हम लोग को बुलाता था। हमारे कपड़े उतारता था। हमको चेक करता था।'
बकौल कंगना, 'हम पांच-छह साल के थे। हमें उस टाइम पर समझ नहीं आता था कि हमारे साथ क्या हो रहा है। लेकिन,ये मुझे लगता काफी बड़ी फीसदी बच्चों की है, जो इन चीजों से गुजरते हैं। ये बहुत गहरा सदमा होता है खासकर मर्दों के लिए। मुनव्वर तुम काफी साहसी हो।'