- मान्यता समझा बुझाकर अपनी बेटी नयनतारा को शादी के लिए रोकती है।
- बृंदा पारेख परिवार को बचाने के लिए देव से शादी करने को तैयार हो जाती है।
- शादी के मंडप में बृंदा दुल्हन बनकर बैठ जाती है।
नागिन-4 में नागरानी मान्यता को अपनी सालों पुरानी खोई हुई बेटी बृंदा मिल चुकी है। लेकिन बृंदा अपने नागिन होने की सच्चाई से हैरान है और यह मानने को तैयार नहीं है कि वो मान्यता की बेटी है। बृंदा यह जानकर शॉक्ड है कि क्योंकि उसे लगता है कि नयनतारा, मान्यता की बेटी है। मान्यता उसे बताती है कि नयनतारा को उसकी बेटी समझकर पारेख परिवार मारने की योजना बना रहा है। बृंदा बताती है कि बड़ी मां वृशाली तो देव और नयनतारा की शादी करना चाहती हैं।
मान्यता ऐसे में किसी भी तरह बृंदा को मनाकर पारेख परिवार में नयनतारा के पास पहुंचती है। यहां पर मान्यता समझा बुझाकर नयनतारा को रोकती है। वहीं बृंदा पारेख परिवार को नागिन से बचाने के लिए देव से शादी करने को तैयार हो जाती है। बृंदा शादी के मंडप पर बैठ जाती है।
शादी पूरी ही होने वाली होती है कि बृंदा का घूंघट उठ जाता है। सबको पता चल जाता है कि दुल्हन नयनतारा नहीं बृंदा है। सभी शॉक्ड हो जाते हैं और बृंदा से कई सवाल-जवाब होने लगते हैं। ऐसे में बृंदा कहती है कि नयनतारा को शादी नहीं करनी थी इसलिए वो चली गई। इस बात से डरकर बृंदा खुद उसकी जगह दुल्हन बनकर बैठ गई।
इधर रजत, बृंदा की इस हरकत के बाद उससे अपनी सगाई तोड़ देता है। बृंदा को बहुत गुस्सा आता है और वो सबके सामने गुस्से में नागिन रूप लेते लेते रह जाती है। अब वृषाली जहां नागिन से बचने के लिए घर के दरवाजे पर भबूत से रेखाएं बना रही है। वहीं पारेख परिवार के सभी लड़के मिलकर नयनतारा से बदला लेने वाले हैं। ये बदला इतना घिनौना होगा कि नयनतारा की जान पर बन पड़ेगी। नयनतारा मरने की स्तिथि में आ जाएगी।
ये देखने के बाद बृंदा गुस्से में आग बबूला हो जाएगी और उन सभी लड़कों सबक सिखाने का प्रण लेगी। इस तरह बृंदा, मान्यता के सामने पारेख परिवार को उनके किए की सजा देने का निर्णय लेगी और बदला लेने की शुरुआत करेगी।