- सुनिधि चौहान ‘दिल है हिंदुस्तानी’, ‘द वॉयस’ और इंडियन आइडल के सीजन 5 और 6 को जज कर चुकी हैं।
- सुनिधि ने बताया उन्हें प्रतिभागियों की तारीफ करने के लिए कहा गया था, इसलिए उन्होंने इस शो से बनाई दूरी।
सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल का सीजन 12 इस समय विवादों में है। शो को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है बल्कि लगातार इसका भंडाभोड़ होता जा रहा है। पहले किशोर कुमार के बेट अमित कुमार ने इंडियन आइडल को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया। फिर सीजन 1 के विनर अभिजीत सावंत ने इंडियन आइडल पर आरोप लगाया कि वह कलाकारों की प्रतिभा को छोड़कर गरीबी पर ही ध्यान केंद्रित करते हैं। इसके बाद सोनू निगम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जोर शोर से वायरल हो रहा है। वहीं सीजन 5 और 6 की जज रह चुकीं सुनिधि चौहान ने एक इंटरव्यू के दौरान सिंगिंग रियलिटी शो को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सिंगर का कहना है कि उनसे कंटेस्टेट की तारीफ करने के लिए कहा गया था। तब उन्होंने कहा कि यह सब वो नहीं कर सकी जो वह चाहते थे, जिसके बाद उन्हें शो से अलग होना पड़ा।
टाइम्स नाउ के साथ बातचीत के दौरान सुनिधि ने इंडियन आइडल का पर्दाफाश करते हुए बताया कि उनसे सिंगर की तारीफ करने के लिए कहा गया था, लेकिन बिल्कुल ये नहीं कहा गया कि सबकी करना है। ये बेसिक चीज थी। इसलिए मैं इसे आगे जारी नहीं कर पाई। मैं वो नहीं कर पाई, जो वो चाहते थे। इसलिए मैंने खुद को शो से अलग कर लिया। आज मैं कोई भी रियलिटी शो जज नहीं कर रही हूं। आपको बता दें सुनिधि चौहान सीजन 5 और 6 को जज कर चुकी हैं।
शो के जज को कंटेस्टेंट को सही करते नहीं सुना – सुनिधि
इंटरव्यू के दौरान सुनिधि ने इंडियन आइडल 12 के चल रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि हमने नेहा कक्कड़, हिमेश रेशमिया और विशाल ददलानी को कंटेस्टेंट को सही करते हुए नहीं सुना, सकारात्मक आलोचना के साथ जज करना तो छोड़ दीजिए।
हमें किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार के उस इंटरव्यू को नहीं भूलना चाहिए जिसमें उन्होंने कैमरे के सामने शो का पर्दाफाश करते हुए बताया था कि कैमरे पर जाने से पहले उन्हें निर्देश दिया गया था कि हर कंटेस्टेंट की तारीफ करनी है। सुनिधि ने तर्क दिया कि यहां पर बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धा है, उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है। ताकि दर्शकों को अपना शो देखने के लिए बांधा जा सके।
प्रतिभागियों की नहीं कोई गलती सारा खेल टीआरपी का
रियलिटी शो के बारे में बात करते हुए सुनिधि ने कहा कि इस तरह के प्लेटफॉर्म संगीत प्रेमियों के लिए एक बड़ा टिकट बन गए हैं। लेकिन इसमें उनका भारी नुकसान होता है। कंटेस्टेंट को अपनी कहानियों के कारण रातोरात एक नई पहचान मिलती है, जो एवी के जरिए सामने आती है और अच्छा परफॉर्मेंस करने की कोशिश खत्म हो जाती है। हालांकि इसके बाद भी उनमें से कई कंटेस्टेंट कड़ी मेहनत और परिश्रम करते हैं लेकिन यह मनोवैज्ञानिक रूप से उन्हें भी प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि यह प्रतिभागियों की गलती नहीं है बल्कि यह इसलिए है क्योंकि सारे खेल का नाम टीआरपी है।
ऐसे में प्रतियोगी होते हैं भ्रमित
सुनिधि इंडियन आइडल रियलिटी शो 5 और 6 को जज कर चुकी हैं। सुनिधि ने बताया कि मैंने ‘दिल है हिंदुस्तानी’, ‘द वॉयस’ और ‘इंडियन आइडल’ को जज किया। मैं तब सच बोल सकती थी और आज भी मैं वही करना चाहूंगी जो मैं वास्तव में महसूस करती हूं। सुनिधि ने यह भी बताया, ‘जब प्रतियोगी सिर्फ अपने बारे में प्रसंशा सुनता है तो उसके लिए भ्रमित होना लाजमी है। लेकिन दर्शक सब समझते हैं।’
सुनिधि ने कहा कि रियल टैलेंट के लिए उन्हें बुरा लगता है। उनके गानों को कभी कभी सिद्ध किया जाता है। उन्होंने कहा कि क्या सिंगर एक टेक में नहीं गाते हैं? सिंगर ने बताया कि वह गाते हैं लेकिन उनके गाने की रिकॉर्डिंग में कभी कभी खराबी आ जाती है, जिसे टेलिविजन पर प्रसारित करने से पहले ठीक किया जाता है।