- स्प्लिट्सविला सीजन 8 की कंटेस्टेंट रहीं हर्षिता कश्यप का सामना हाल ही में एक मनचले से हुआ जो दूर तक उनका पीछा करता रहा
- एक्ट्रेस ने जब उससे पूछा कि वो उनका पीछा क्यों कर रहा है तो शख्स ने हर्षिता की दोस्त को थप्पड़ मार दिया
- बाद में दोनों ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया
टीवी एक्ट्रेस और स्प्लिट्सविला सीजन 8 की कंटेस्टेंट रहीं हर्षिता कश्यप और उनकी एनआईआई दोस्त हाल ही में उस समय परेशान हो गईं जब चर्नी रोड रेलवे स्टेशन पर एक शख्स उनका पीछा करने लगा। हालांकि बाद में चर्चगेट गवर्नमेंट रेलवे पुलिस ने उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया, जिसका नाम शाहरुख शेख है और वो 29 साल का है।
हर्षिता ने इस घटना के बारे में बात करते हुए बताया कि जब उनका पीछा कर रहे शख्स से उन्होंने सवाल पूछा तो उसने उनपर हमला किया। 26 वर्षीय एक्ट्रेस ने बताया, 'मेरी 27 साल की दोस्त इश पाला (Ish Pala), जो कि साउथ अफ्रीका में रहती है, मेडिकल टूरिज्म में काम करती है । 2 दिसंबर को उसने मुझे अपने साथ चर्नी रोड स्थित सैफी अस्पताल चलने को कहा तो हमने ट्रेन से जाने का फैसला किया क्योंकि अस्पताल स्टेशन के नजदीक है।'
एक्ट्रेस ने आगे बताया कि मेरी दोस्त का काम दोपहर करीब 3.30 बजे तक खत्म हो गया तो हम घर वापस आने के लिए स्टेशन पहुंचे। पाला टिकट लेने के लिए लाइन में खड़ी हुईं थीं तभी मैंने देखा कि एक शख्स हमें घूर रहा है। शुरू में तो हमने उसे नजरअंदाज किया लेकिन बाद में हमने देखा कि वो लगातार हमें स्टॉक कर रहा था। सीढ़ियों से उतरते वक्त भी वो हमारा पीछा कर रहा था। इसके बाद एक्ट्रेस ने उससे पूछा कि वो लगातार उन्हें क्यों घूर रहा है? इस पर उस शख्स ने चिल्लाते हुए कहा कि अगर मैं तुम्हें देख रहा हूं तो प्रॉब्लम क्या है?
हर्षिता ने बताया कि हमने तय किया कि उसे नजरअंदाज करेंगे। इसके बाद फुट ओवर ब्रिज पर भी हमारा पीछा करता रहा तो हमने उससे पूछा कि वो हमारा पीछा क्यो कर रहा है? इस बार वो फिजिकल हो गया और उसने पाला को थप्पड़ मारा। इसके बाद मैंने उसे सबक सिखाने का फैसला किया और उसे मारना शुरू किया जिसके जवाब में वो मुझपर भी हमला करने लगा। तभी वहां लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस हमें जीआपी चौकी लेकर चली गई।
एक्ट्रेस ने बताया कि वहां जाकर उन्होंने उस शख्स के खिलाफ 354(a), 354 (b) और 323 के तहत शिकायत दर्ज करवाई जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। हर्षिता ने बताया कि जब हम पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ केस दर्ज करवा रहे थे तब उसने रोना शुरू कर दिया। यहां तक कि उसकी बहन ने भी हमसे ऐसा ना करने की गुजारिश की और कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। हर्षिता ने कहा, 'मैंने सोचा कि अगर हम इसे सबक नहीं सिखाएंगे तो यह दूसरी महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है।'