- सपना चौधरी ने अपने बेटे के पहले जन्मदिन पर उसके नाम का खुलासा कर दिया है।
- बीते साल 5 अक्टूबर को सपना चौधरी मां बनी थीं और उन्होंने बेटे को जन्म दिया था।
- भारतवर्ष के एक महान राजा के नाम पर सपना चौधरी ने रखा है अपने बेटे का नाम।
Sapna Choudhary revealed her Baby Name: जानी मानी हरियाणवी डांसर सपना चौधरी ने अपने बेटे के पहले जन्मदिन पर उसके नाम का खुलासा कर दिया है। बीते साल 5 अक्टूबर को सपना चौधरी मां बनी थीं और उन्होंने बेटे को जन्म दिया था। कुछ समय बाद सपना चौधरी ने बेटे की झलक तो दिखा दी थी लेकिन उसका नाम नहीं बताया है। अब सपना चौधरी ने बेटे के पहले जन्मदिन पर उसका नामा बताया है। खासबात ये है कि सपना चौधरी ने अपने बेटे का नाम एक ऐसे शक्तिशाली राजा के नाम पर रखा है जिसने सिकंदर और तैमूर को कांटे की टक्कर दी थी।
सपना चौधरी ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उनका बेटा खेलता नजर आ रहा है। सपना चौधरी ने वीडियो शेयर कर कैप्शन दिया है- मेरे और मेरे चाहने वालों की तरफ़ से जन्मदिन की शुभकामनाए मेरे शेर @porusofficial, मतलब सपना चौधरी ने अपने बेटे का नाम पोरस रखा है।
सपना चौधरी ने जो वीडियो शेयर किया है उससे यह भी पता चलता है कि सपना चौधरी ने अपने बेटे का नाम पोरस किस सोच के साथ रखा है। वीडियो में आवाज आती है- “जब-जब कोई विशेष आत्मा इस धरती पर आई है, उसने खलबली मचाई है। मुझे यकीन है तू आम नहीं है, तू आम घर में है, पर तू आम नहीं है। दुनिया की नजरें बुरी हैं इसलिए सरेआम नहीं है। हम तो एक जरिया थे, तू इस माटी का लाल है। तू उस कौम का हिस्सा है जिसने तैमूर से लेकर सिकंदर तक को थामा है, इसलिए मैं तेरा नाम ‘पोरस’ रखता हूं, तेरे जन्मदिन पर पूरे जहान को बधाई है।"
कौन थे पोरस
राजा पोरस पोरवा के वशंज थे। उनका साम्राज्य वर्तमान पंजाब में झेलम और चेनाब नदियों तक (ग्रीक में हाइडस्पेश और एसीसेंस) था। पोरस का कार्यकाल 340 ईसा पूर्व से 315 ईसा पूर्व के बीच माना जाता है। 326 ईसा पूर्व में सिकंदर और पोरस के बीच लड़ाई हुई थी। तक्षशिला के राजा ने सिकंदर के आगे घुटने टेक दिए और सिकंदर से पोरस पर आक्रमण करने के लिए कहा। वह चाहता था कि उसके राज्य का विस्तार हो। पोरस ने ऐसी लड़ाई लड़ी कि सिकंदर के दांत खट्टे हो गए। हालांकि उन्हें पराजय मिली फिर भी सिकंदर की सेना को भी भारी नुकसान पहुंचा। 50 हजार की सिकंदर की सेना का पोरस के 20 हजार सैनिकों ने मुकाबला किया था।