पूरा असम इस समय बाढ़ की भीषण समस्या से जूझ रहा है। असम के 33 जिलों में से 24 जिलों में बाढ़ से 25 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और कई स्थानों पर मकान, फसलें, सड़क एवं पुल तबाह हो गए। वहीं दूसरी तरफ असम में कोरोना वायरस संक्रमण के 22,981 मामले सामने आ चुके हैं।
असम में आई बाढ़ का खामियाजा केवल इंसानों को ही नहीं बल्कि जानवरों को भी उठाना पड़ रहा है। राज्य के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 90 पशुओं की जान चली गई है। राज्य के कम से कम 2,678 गांव अभी जलमग्न हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम में बाढ़ के कारण पैदा हुए हालात से निपटने के लिए राज्य को हरसंभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया। इस बाढ़ के कारण इस साल अब तक 84 लोगों की मौत हो चुकी है। पीएम मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से फोन पर बाढ़ संबंधी हालात को लेकर चर्चा की।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को मोरीगांव जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर वहां के लोगों का हाल चाल जाना। इस दौरान सीएम सोनोवाल ने मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपये की सहायता राशि भी दी।
दरअसल असम में बाढ़ की मुख्य वजह है ब्रह्मपुत्र नदीं जो चीन, तिब्बत होते हुए आती है। हर साल इस बाढ़ की वजह से असम में लाखों लोग प्रभावित होते हैं और कई लोगों की असमय मौत हो जाती है। इस बाढ़ की वजह से किसानों की लाखों हेक्टेयर फसल भी बर्बाद हो गई है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।