फलों की बात करें तो यूं तो कई फल सेहत के लिए फायदेमंद हैं लेकिन केले की बात ही अलग है,ये इतना फायदेमंद है कि आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते, केले में विटामिन, आयरन और फाइबर पाया जाता है, कुछ लोगों का मानना है कि केले के सेवन से इंसान मोटा हो जाता है, जी हां ऐसा हो सकता है लेकिन अगर आप पर्याप्त मात्रा में वर्क आउट करते हैं तो ऐसा नहीं होगा। केले के उत्पादन की बात करें तो को देखे तो भारत का नंबर दूसरा है पके केले उत्तम पौष्टिक खाद्य होकर केले के फूल, कच्चे फल व तने का भीतरी भाग सब्जी के लिए उपयोग में लाया जाता है। फल से पावडर, मुराब्बा, टॉफी, जेली आदि पदार्थ बनाते हैं वहीं केले के पेड़ को धार्मिक कार्य में मंगलचिन्ह के रुप में उपयोग में लाया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया के मशहूर स्पोर्ट्स डाइटीशियन रॉयन पिंटो ने केले के गुणों पर एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें बताया था कि इसका सेवन इसके बदलते रंगों के आधार पर करके ज्यादा पौष्टिकता हासिल की जा सकती है।
रॉयन के मुताबिक पीला केला मुलायम और ज्यादा मीठा होता है। इसमें शुगर ज्यादा होती है फिर भी सुपाच्य होता है।
केले पर पड़े भूरे रंग के धब्बे सिर्फ केले की आयु ही नहीं बताते हैं बल्कि ये भी संकेत देते हैं कि इसका अधिकांश स्टार्च शुगर में बदल चुका है। किसी केले पर जितने भूरे धब्बे होंगे उसमें उतनी ही शुगर होगी।
कहा जाता है कि केले पर काले धब्बे या काले निशान नहीं होना चाहिए, अगर धब्बे हैं तो ऐसा नहीं लेना चाहिए क्योंकि ये जल्दी ही खराब हो जाएगा। केला ऐसा फल है जो ज्यादा नहीं चलता है और दो-तीन दिन में ही खराब होने लग जाता है तो आप इसे ध्यान में रखकर ही केला खरीदें कि उसे कितने समय में खत्म कर लेना है।
केले के छिलकों पर अगर हरापन दिखे तो वो केला पूरी तरह से पका नहीं है यानि उसमें आपको स्वाद नहीं मिलेगा।