- महाराष्ट्र में भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे बने हैं सीएम
- ठाणे शिवसेना का गढ़ माना जाता है, अब कॉर्पोरेटरों ने की बगावत
- एकनाथ शिंदे ने बताया है कि आखिर विधायकों बगावत क्यों की
Shivsena corporators : शिवसेना में बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है। विधायकों की बगावत के चलते उद्धव ठाकरे को अपनी मुख्यमंत्री पद की कुर्सी गंवानी पड़ी है। अब उनको एक और बड़ा झटका लगा है। रिपोर्टों के मुताबिक अब शिवसेना के 66 कॉर्पोरेटर एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं। ये कॉर्पोरेटर ठाणे के हैं जो कि शिवसेना का गढ़ माना जाता है। सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि शिवसेना में इस तरह की टूट आगे भी जारी रह सकती है। चर्चा इस बात की भी है कि शिवसेना के कुच सांसद पाला बदलकर शिंदे का दामन थाम सकते हैं। शिंदे भाजपा के समर्थन से महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बने हैं। बगावत के बाद शिंदे गुट और उद्धव गुट आमने-सामने है।
शिवसेना से विधायकों ने बगावत क्यों की, इस बारे में शिंदे ने बुधवार को सामाचार एजेंसी एएनआई से विस्तृत बात की। उन्होंने बगावत की वजह बताई। उन्होंने यह भी बताया कि आखिरकार भाजपा ने उनका समर्थन क्यों किया। शिंदे ने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार में शिवसेना के विधायकों को काम कराने में मुश्किल हो रही थी। जबकि कांग्रेस और राकांपा जो कि सरकार के घटक हैं इसका राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश में थे। उन्होंने कहा कि भाजपा का समर्थन यह दिखाता है कि उनकी पार्टी केवल सत्ता के लिए नहीं बल्कि विचारधारा के प्रति समर्पित है।
पीएम ने शिंदे को सहयोग का भरोसा दिया
सीएम शिंदे ने बताया कि पीए मोदी ने उनसे राज्य को विकास के रास्ते पर ले जाने के लिए कहा है। शिंदे का कहना है कि पीएम ने विकास कार्यों में राज्य सरकार का पूरा सहयोग करने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा, 'यह बड़ी बात है। केंद्र हमारे साथ है। हमने कुछ भी अनुचित नहीं किया है। चुनाव पूर्व गठबंधन भाजपा और शिवसेना के बीच था। हम उसी पार्टी के साथ गए हैं।'
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने बताया-आखिर BJP ने उनका समर्थन क्यों किया
भाजपा के मास्टरस्ट्रोक को समझ नहीं पाए पवार
शिवसेना से बगावत करने के बाद विधायक सूरत और फिर गुवाहाटी पहुंचे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महाराष्ट्र के इस सियासी संकट के पीछे भाजपा थी। उसके इस मास्टरस्ट्रोक के सामने महाअघाड़ी सरकार बेबस हो गई। ऐसी चर्चा थी कि देवेंद्र फड़णवीस सीएम बनेंगे लेकिन शिंदे को सीएम बनाकर भाजपा ने सभी को चौंका दिया। खुद राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि उन्हें इस बात की जरा भी उम्मीद नहीं थी कि भगवा पार्टी शिंदे को सीएम बनाएगी।