- मुंबई में आसमान छू रहे सीएनजी के दाम
- बढ़ सकता है ऑटो का बेसिक किराया
- पेट्रोल-डीजल के बाद गैस के दामों से लोग परेशान
Mumbai CNG-PNG rate: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ अब सीएनजी और पीएनजी के दामों में आग लगी है। मुंबई में आधी रात से सीएनजी और पीएनजी के दाम बढ़ गए हैं। शहर में बुधवार सुबह से सीएनजी की कीमतों में 7 रुपये और पाइप से रसोई गैस की कीमतों में 5 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। महानगर गैस लिमिटेड ने दरों में बड़ी वृद्धि की है। नई दरों के अनुसार, अब मुंबई में सीएनजी की कीमत 67 और पाइप से रसोई गैस की कीमत 41 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है।
ऐसे में मुंबई में ऑटो रिक्शा और टैक्सी में सफर करना अब महंगा हो जाएगा। ऑटो रिक्शा का शुरुआती किराया 21रुपए की जगह 23 रुपये होने की संभावना है। कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर महानगर गैस लिमिटेड के नोटिस में कहा गया कि, हमने 8 लाख से अधिक सीएनजी और 18 लाख से अधिक घरेलू पाइप गैस उपभोक्ताओं के लिए कीमतों को स्थिर रखने की कोशिश की है। लेकिन गैस की कीमतों में लगातार हो रही बढोतरी के कारण हमें दामों में वृद्धि करने का फैसला लेना पड़ा।
दरों में हुई वृद्धि
बता दें कि हाल ही में राज्य सरकार ने CNG पर वैट घटाया था। जिसके कारण सीएनजी की कीमत कम हुई थी। लेकिन अब महानगर गैस लिमिटेड द्वारा दरों में वृद्धि करने के कारण आम मुंबईवासियों को मिली राहत खत्म हो गई है। 13.5 फीसदी घटाया था वैट उद्धव ठाकरे सरकार ने सीएनजी पर लगने वाले 13.5 प्रतिशत वैट को हटाया था। उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजीत पवार ने बजट पेश करते हुए वैट में कमी की घोषणा के बाद अधिसूचना जारी की थी। एक अप्रैल से बदली गई नई सस्ती दरें लागू हुई थीं। नतीजतन, महाराष्ट्र में सीएनजी 6 रुपये प्रति किलो और पाइप्ड रसोई गैस 3.5 रुपये प्रति किलो सस्ती हो गई। लेकिन आम मुंबईकरों को लंबे समय तक वैट में कटौती का लाभ मिला नहीं।
आम लोगों के बजट पर पड़ा असर
वैट कटौती के पांच दिन बाद सीएनजी 7 और पाइप्ड कुकिंग गैस 5 रुपये प्रति किलो महंगा हो गया। महानगर गैस लिमिटेड के इस फैसले से आम नागरिकों के बजट पर असर पड़ा है। मालूम हो कि तीन लाख निजी वाहनों के अलावा, शहर में रिक्शा, टैक्सी और बसों सहित पांच लाख सार्वजनिक परिवहन वाहन हैं, जो CNG पर निर्भर हैं। सीएनजी में बढ़ोतरी से टैक्सी और रिक्शा चालकों को खासा नुकसान हो रहा है। इसे लेकर यूनियन ने टैक्सी और रिक्शा के किराए में दो से पांच रुपये की वृद्धि की मांग की है।