- मराठी साइन बोर्ड को लेकर बीएमसी सख्त
- संशोधित अधिनियम के तहत हो सकती है कार्रवाई
- 5 लाख से अधिक दुकानें और प्रतिष्ठान हैं पंजीकृत
Mumbai Sign Board News: मुंबई का बृहन्मुंबई नगर निगम दुकानों—प्रतिष्ठानों पर मराठी साइन बोर्ड को लेकर सख्ती दिखाने की तैयारी में है। इसके लिए महा अभियान शुरू करने का खाका भी तैयार किया जा रहा है। पहले माना जा रहा था कि अभियान इस माह से तीसरे सप्ताह में शुरू हो सकता है। लेकिन अब इसकी तारीख आगे बढ़ाई जा सकती है। सूत्रों के अनुसार इस अभियान के तहत जिन प्रतिष्ठानों और दुकानों पर मराठी में लिखा साइन बोर्ड नहीं होगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बीएमसी इस अभियान के लिए टीमों के गठन के साथ ही अन्य सभी पहलुओं पर विचार कर रही है।
आपको बता दें कि, राज्य सरकार ने इस वर्ष 17 मार्च को मराठी साइन बोर्ड लगाने के लिए महाराष्ट्र दुकान और प्रतिष्ठान अधिनियम में संशोधन किया था। जिसके अनुसार राज्य के सभी दुकानों और प्रतिष्ठानों पर मराठी साइन बोर्ड लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। यह साइन बोर्ड बड़े अक्षरों में लगाने के लिए कहा गया है। बीएमसी ने अप्रैल के पहले सप्ताह में संशोधित अधिनियम पर सर्कुलर भी निकाला था। इसके बावजूद इस अधिनियम की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ अब बीएमसी कार्रवाई करने की तैयारी में है।
इनपर भी होगी कार्रवाई
इसी के साथ बीएमसी देवी—देवताओं, राष्ट्रीय नायकों, गणमान्य व्यक्तियों और किलों के नाम पर शराब की दुकानें और बार खोलने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी। आपको बता दें बीएमसी क्षेत्र में करीब पांच लाख दुकानें और प्रतिष्ठान पंजीकृत हैं, जिनपर यह नियम लागू होगा। बीएमसी अधिकारियों के अनुसार पहले दुकान और प्रतिष्ठान संचालकों को कुछ दिन की मोहलत दी जाएगी, इसके बाद भी अगर वे नहीं माने तो सख्त कार्रवाई करेंगे। बताया जा रहा है कि नियम नहीं मानने वालों को पहले निकाय नोटिस जारी करेगा। इसके बाद कार्रवाई होगी।
होगा कई टीमों का गठन
सूत्रों के अनुसार इस महा अभियान के लिए बीएमसी अलग—अलग टीमें गठित करेगी। ये टीमें ही पूरे मुंबई में जाकर साइन बोर्ड चैक करेंगी। हालांकि ये टीमें वार्ड वार होंगी या क्षेत्र वार यह अभी तय नहीं हुआ है। दूसरी ओर कार्रवाई की संभावना को देखते हुए राज्य के अधिकांश दुकान और प्रतिष्ठान संचालकों ने मराठी में साइन बोर्ड लगा लिए हैं। हालांकि फिर भी बीएमसी चैकिंग अभियान चलाएगी।
अभियान की योजना थी, तारीख तय नहीं
डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर संजोग कबरे का कहना है कि, विभाग 15 मई से मराठी में लिखे हुए साइन बोर्ड की तफ्तीश करने वाला था, लेकिन बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का एक आदेश आया कि बीएमसी के चुनाव जल्द से जल्द हो जाने चाहिए। अब हम चुनाव के कार्यक्रम को लेकर व्यस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में अभियान की तारीख को लेकर संशय है।