- बीएमसी स्कूलों में 1300 डिजीटल क्लासरूम पहले से संचालित
- 2,944 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान
- शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए बीएमसी का सराहनीय कदम
Digitization of BMC Schools: वर्तमान समय में शिक्षा के स्तर में सुधार और नई शिक्षा नीति से ही देश-प्रदेश में बदलाव संभव है। शिक्षा की नई अलख जगाने के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम ने एक विशेष योजना तैयार की है। बीएमसी स्कूलों में नए सत्र में 1300 नए डिजीटल क्लासरूम शुरू करने जा रहा है। इससे बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। बीएमसी की इस योजना से बीएमसी के स्कूलों में डिजीटल क्लासरूम की संख्या 2600 हो जाएगी। जानकारी के लिए बता दें बीएममसी 1300 नए क्लासरूम का सुचारू रूप से संचालन कर रही है।
शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम का यह बड़ा कदम है। शिक्षा की पुरानी पद्धति में बदलाव लाकर ही बच्चों को स्कूल की तरफ जाने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। डिजीटल क्लासरूम होने से नई तरह की मार्डन शिक्षा से छात्र-छात्राएं रूबरू होंगे। इसको लेकर स्कूल प्रबंधन की बीएमसी पूरी तरह सहायता करेगा।
समय-समय पर बीएमसी शिक्षा नीति में करती है सुधार
मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष नागरिक निकाय ने शिक्षा के लिए 2,944 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया, जिसमें 244 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय के लिए रखा गया है। इन फंडों का उपयोग करके नए डिजिटल क्लासरूम स्थापित किए जा रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में, बीएमसी नागरिक संचालित स्कूलों की स्थितियों में सुधार कर रही है। इसने शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए 2017 में कक्षा 10 के छात्रों को टैबलेट भी वितरित किए थे। बीएमसी समय-समय पर शिक्षा स्तर में सुधार लाने के लिए योजनाएं तैयार करती रहती है।
कोविड ने बढ़ाई डिजीटल क्लासेस की मांग
ज्ञात हो कि डिजिटल कक्षाओं में विभिन्न विषयों को डिजिटल बोर्ड पर पढ़ाया जा रहा है, जिसमें ऑडियो और विज़ुअल प्रतिनिधित्व हैं जो सीखने की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं। बीएमसी के डिजिटल क्लासरूम में छात्रों को बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। इसके अलावा कोविड-19 के कारण डिजिटल क्लासेस की भी मांग बढ़ती जा रही है। इसीलिए समय की मांग को परखते हुए बीएमसी ने यह पहल की है।