- घटना के समय हॉल में मौजूद थे दर्जनों नाबालिग
- चारों आरोपियों ने लात घूंसों से मृतक को जमकर पीटा
- दो आरोपियों का पहले भी रहा है आपराधिक इतिहास
Mumbai Crime News: मुंबई के माटुंगा से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां स्थित डेविड ससून इंडस्ट्रियल स्कूल एंड चिल्ड्रन होम में चार नाबालिग लड़कों ने मानसिक रूप से विक्षिप्त एक 16 वर्षीय साथी को कथित तौर पर पीट-पीट कर मार डाला। इस वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपी 12 से 17 साल के हैं। पुलिस ने घटना के संबंध में चारों आरोपियों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस घटना की जांच कर रही शिवाजी पार्क पुलिस ने बताया कि चारों लड़कों ने बाल गृह के कॉमन हॉल में लात और घूंसों से जमकर पीटा। इस हमले में पीड़ित बेहोश हो गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद उसे तुरंत सायन अस्पताल ले जाया गया, जहां नाबालिग को मृत घोषित कर दिया गया। घटना के बाद पहुंची पुलिस और बाल गृह के अधिकारियों ने अन्य बच्चों से पूछताछ की। जांच में पता चला कि घटना के समय हॉल में करीब 12-15 दूसरे नाबालिग बच्चे भी मौजूद थे।
आरोपियों में से दो नाबालिगों का है आपराधिक इतिहास
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस चारों से पूछताछ करने में जुटी है। बता दें कि इस डेविड ससून इंडस्ट्रियल स्कूल और चिल्ड्रन होम में केवल अनाथ या परित्यक्त बच्चों को रखा जाता है। मृतक किशोर को इस महीने की शुरुआत में माटुंगा के बाल गृह में भर्ती कराया गया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हसन राजकुमार निषाद के रूप में पहचाने गए मृतक लड़के की मानसिक स्थिति सही नहीं थी, वह स्पष्ट रूप से बोल पाने में भी असमर्थ था। बाल सुधार गृह के दूसरे बच्चों ने पुलिस को बताया कि जब उस पर हमला हो रहा था, तो वह न तो इसका विरोध कर पाया और न ही चिल्ला पाया। शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन के निरीक्षक केशव कसार ने बताया कि बाल पर्यवेक्षण अधिकारी तुषार रघुवंशी की शिकायत के आधार पर चार नाबालिगों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) और 34 (सामान्य इरादे) के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी शोभा शेलार ने बताया कि इस घटना की प्रारंभिक जांच में कर्मचारियों की लापरवाही सामने नहीं आई है। हालांकि, विभाग ने एक जांच समिति का गठन किया है, जो पूरी घटना की गहन जांच करेगी।