- 50 से ज्यादा सीरियल धमाकों को अंजाम दे चुका जलीस अंसारी हुआ गायब
- पिछले महीने अजमेर की जेल से पैरोल पर बाहर आया हुआ था जलीस अंसारी
- सिमी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों को बम बनाना सिखाता था जलीस
मुंबई: 1993 में मुंबई धमाके का दोषी 68 वर्षीय जलीस अंसारी गुरुवार को लापता हो गया। 50 से ज्यादा सीरियल धमाकों को अंजाम दे चुका अंसारी पिछले महीने अजमेर की जेल से पैरोल पर बाहर आया हुआ था। अंसारी मुंबई के अग्रीपाडा थाने के अंतर्गत आने वाले मोमिनपुर का रहने वाला है और उम्र कैद की सजा काट रहा है। अंसारी को राजस्थान स्थित अजमेर केंद्रीय कारागार से 21 दिनों के पैरोल पर रिहा किया गया था और शुक्रवार को उसे जेल प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण करना था।
अंसारी के 35 वर्षीय बेट जैद अंसारी ने पुलिस थाने में पुहंचकर उसके गुम होने की रिपोर्ट लिखवाई है। शिकायत के मुताबिक जलीस अंसारी तड़के उठा और घरवालों से कहा कि वह नमाज पढ़ने जा रहा है लेकिन फिर लौटा नहीं। जलीस को डॉक्टर बम के नाम से भी जाना जाता है।
अंसारी पर आरोप है कि वह न केवल सिमी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़ा था बल्कि उन्हें बम बनाना सिखाता था। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है और मुंबई पुलिस की अपराध शाखा तथा महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते ने उसको पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है। जलीस के गुम होने के बाद सुरक्षा एजेंसिया चौकस हो गई हैं और कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है।
महाराष्ट्र एटीएस, मुंबई पुलिस सहित क्राइम ब्रांच ने जलीस अंसारी को खोजने के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गईं। विभिन्न बस डिपो और रेलवे स्टेशनों पर छापेमारी की जा रही है और विभिन्न सीसीटीवी फुटेज भी स्कैन किए जा रहे हैं। मुंबई पुलिस ने एयरपोर्ट प्रबंधन और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा है।
जलीस अंसारी को अब्दुल करीम टुंडा का संरक्षक माना जाता है जिसे 2013 में स्पेशल सेल द्वरा भारत-नेपाल सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया था। अब्दुल टुंडा 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट (बॉम्बे सीरियल ब्लास्ट नहीं) और 1996-98 के सिलसिलेवार विस्फोटों में एक घोषित अपराधी था जिसने उत्तर भारत को हिलाकर रख दिया था।