- दो बार फैलाई ट्रेन में बम की अफवाह
- अफवाह फैलाने के लिए लेते थे सोशल मीडिया का सहारा
- अफवाह के पीछे है हैरान कर देने वाला मामला
Mumbai Bomb Rumor: मुंबई के दो युवकों ने कुछ ऐसा काम कर दिया कि जिसे सुन सब दंग रह गए। ये युवक ट्रेन में बम होने की अफवाह फैलाते थे। हैरानी की बात तो ये है कि दोनों की रेलवे कर्मचारी हैं। पिछले दिनों इन्होंने एक ट्रेन में बम होने की सूचना दी थी। जिसके बाद रेलवे और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। जांच में जब कुछ नहीं मिला तो पुलिस ने इसे अफवाह मानते हुए किसी की शरारत बताया। लेकिन पुलिस मामले की तह तक जाना चाहती थी, इसलिए टीम गठित कर जांच की गई, जिसमें आरोपी पकड़े गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जब पुलिस ने दोनों से बम की अफवाह फैलाने का कारण पूछा तो जवाब सुनकर सभी हैरान रह गए। इन आरोपियों ने बताया कि वे अपने परिवार से साथ ज्यादा समय बिताना चाहते थे। उन्होंने सोचा कि ट्रेन में बम होने की सूचना मिलेगी तो गाड़ी करीब बीस मिनट लेट हो जाएगी। दोनों ही आरोपी मिलन और रजत मुंबई के रहने वाले हैं। जीआरपी इंदौर ने मिलन को उज्जैन में गोरखपुर—बांद्रा ट्रेन से पकड़ा। उसने बताया कि रजत ही सोशल मीडिया पर बम की अफवाह फैलाता था। दोनों ठेके पर रेलवे सफाईकर्मी के रूप में काम करते हैं। लगातार ड्यूटी देने के कारण वे अपने परिवार को समय नहीं दे पाते थे, इसलिए दोनों ने 12 मई को सोशल मीडिया के जरिए ट्रेन में बम होने की अफवाह फैला दी। और ट्रेन लेट हो गई।
तकनीक से अफवाह फैलाई, उसी से पकड़े गए
पुलिस ने बताया कि अफवाह को सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाया गया था। इसी अकाउंट को ट्रैस कर वे आरोपियों तक पहुंचे। दरअसल, आरोपियों ने पहली अफवाह 12 मई को फैलाई थी। ट्रेन लेट करके वे अपने उद्देश्य में सफल हुए तो उनका हौसला इतना बढ़ा कि उन्होंने 18 मई को फिर से इसी तरकीब को दोहराया। लेकिन इस बार वे पुलिस की रडार में थे। इस बार उसी ट्विटर हैंडल से रतलाम के डीआरएम को उज्जैन आने वाली हमसफर एक्सप्रेस में बम की सूचना दी गई। पता चला कि अफवाह फैलाने वाला भी इसी ट्रेन में है। जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को धर लिया।