- नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद केंद्र सरकार पर एमवीए ने साधा निशाना
- 'केंद्र सरकार, राज्य सरकार को गिराने की साजिश रच रही है'
- केंद्र सरकार की नीतियों और ईडी की कार्यवाही का करेंगे विरोध-एमवीए
एनसीपी के कद्दावर नेता और उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री नवाब मलिक 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में हैं। अंडरवर्ल्ड से संबंध और मनी लॉन्ड्रिंग के मुद्दे पर बुधवार को ईडी ने पहले अपने दफ्तर में पूछताछ की और बाद में गिरफ्तार किया। नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है और अब महा विकास अघाड़ी ने प्रवर्तन निदेशालय और केंद्र सरकार के विरोध का फैसला किया है।
गिरफ्तारी के विरोध में सड़क पर उतरेंगे एमवीए नेता
एनसीपी नेता भुजबल ने कहा कि महा विकास अघाड़ी के मंत्री आज महात्मा गांधी स्मारक पर प्रवर्तन निदेशालय और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। महाराष्ट्र सरकार नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेगी। सीएम के साथ बैठक के बाद तीनों दलों ने इस पर सहमति जताई।एनसीपी नेता ने एमवीए सरकार को गिराने के लिए महाराष्ट्र के मंत्रियों पर दबाव बनाने के लिए केंद्र की खिंचाई की।
नवाब मलिक की गिरफ्तारी गलत तरीके से
नवाब मलिक को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया था। उन्हें विपक्ष पर हमला करने की सजा मिल रही है। हम न्याय के लिए लड़ेंगे। केंद्र हमारी सरकार गिराने के लिए हमारे मंत्रियों पर दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस नेताओं के फोन आए हैं जिन्होंने उनका समर्थन किया।
मनी लॉन्ड्रिंग और अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन मामला
मलिक को बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। सूत्रों के मुताबिक मलिक पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहे थे।ईडी ने इससे पहले अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े कथित धनशोधन मामले में मलिक को तलब किया था। पिछले हफ्ते ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के मुंबई स्थित आवास पर मंगलवार को छापेमारी की थी।
पहले अनिल देशमुख अब नवाब मलिक की गिरफ्तारी, महाराष्ट्र में सियासी भूचाल का क्या होगा असर !