महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना संकट को देखते हुए मोनो रेल (Mono Rail) फिर से शुरू करने से पहले एसओपी जारी की है, फिलहाल ये चेंबूर-वडाला-जैकब सर्कल ट्रैक पर चलेगी। मोनो रेल के पैसैंजर्स के लिए 'नो मास्क-नो एंट्री'का स्लोगन दिया गया है यानि बिना मास्क के ट्रेन में एंट्री नहीं मिलेगी, अंदर भी सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करना होगा।
मुंबई में सार्वजनिक परिवहन सेवाओं का विस्तार करते हुए मुंबई मोनोरेल सेवाओं को 18 अक्टूबर से एक क्रमबद्ध तरीके से फिर से शुरू किया जाएगा। लॉकडाउन के उपायों में नवीनतम छूट महाराष्ट्र सरकार के 'मिशन स्टार्ट अगेन' के तहत आती है। मोनोरेल एक सीमित रन के लिए खुल जाएगी। केवल चेंबूर-वडाला-जैकब सर्कल मार्ग सामान्य यात्रियों के लिए शुरू में चालू होगा, वहीं मुंबई मेट्रो 19 अक्टूबर को यात्रियों के लिए खुल रही है।
मोनोरेल को लेकर सरकार की गाइडलाइन इस प्रकार हैं, जिसका पालन करना होगा-
- प्रवेश द्वार पर हर यात्री की स्क्रीनिंग की जाएगी।
- हर यात्री को ट्रेन में एक सीट छोड़कर बैठना होगा।
- प्लास्टिक टोकन, पेपर टिकट जारी नहीं किया जाएगा। उनके मोबाइल फोन पर डिजिटल टिकट जारी किया जाएगा।
- बिना मास्क के यात्रियों की मोनो रेल में एंट्री नहीं होगी। ट्रेन के अन्दर भी सभी यात्रियों को दो गज की दूरी नियम को मानना होगा।
- टिकट लेने वाले यात्रियों को अपने मोबाइल पर इंस्टॉल आरोग्य सेतु पर ग्रीन का सिग्नल दिखाना होगा।
गौरतलब है कि फरवरी 2014 में देश की पहली मोनो रेल सेवा चेंबूर और वडाला डिपो के बीच शुरू हुई थी तब मोनोरेल 8.8 किलोमीटर का सफर पूरा करती थी। दूसरे चरण में इसे 20 किलोमीटर तक बढ़ाया गया।यह ट्रेन 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सिंगल ट्रैक पर दौड़ती हुए 15 से 20 मिनट में अपना सफर पूरा करती है।