- गिरोह लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनकी तस्करी करता था
- नासिक के ओझार से 14 साल की एक नाबालिग हो गई थी लापता
- नाबालिग को शादी के लिए गुजरात के वडोदरा भेज दिया
Mumbai Crime News: मुंबई में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। पुलिस ने एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनकी तस्करी करता था। मामला नासिक ग्रामीण का है, जहां पुलिस ने शादी के लिए लड़कियों की तस्करी करने वाले एक कथित गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह में 5 लोग शामिल हैं। गैंग का खुलासा तब हुआ, जब एक नाबालिग लापता हो गई थी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन पाटिल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बीती 23 जुलाई को नासिक के ओझार से 14 साल की एक नाबालिग लापता हो गई थी। उसको ढूंढने के लिए सबसे पहले पुलिस ने आस-पास के सीसीटीवी कमरों के फुटेज देखे।
नाबालिग को 1.75 लाख रुपये में बेचा
सचिन पाटिल के मुताबिक इस दौरान पुलिस को प्रियंका देवीदास पाटिल नाम की आरोपी का पता चला। इसके बाद उसने पुलिस को बताया कि उसने अपनी दोस्त रत्ना वीरकम कोली की मदद से धुले जिले के शिरपुर में एक महिला और एक पुरुष को 1.75 लाख रुपये में उस लड़की को बेच दिया है। सचिन पाटिल ने बताया कि पुलिस ने तुरंत आरोपी रत्ना कोली और सुरेखाबाई जागो भिला को शिरपुर से गिरफ्तार किया। इसके बाद पुलिस पूछताछ में दोनों महिलाओं ने बताया कि उन्होंने अपहरण की गई नाबालिग को शादी के लिए गुजरात के वडोदरा भेज दिया है।
पुलिस ने आरोपियों को ऐसे किया गिरफ्तार
सचिन पाटिल ने बताया कि इसके बाद पुलिस के एक टीम बनाई और नाबालिग को मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से छुड़ाया। इस दौरान पुलिस ने गोविंद नानूराम मंसारे और नानूराम येदु मंसारे को गिरफ्तार किया है। एसपी ने आगे बताया है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर या प्यार के जाल में फंसा कर अपने साथ ले जाते थे और शादी के लिए इच्छुक दूल्हों को बेच देते थे। पुलिस ने बताया है कि गिरोह ने पहले कई लड़कियों के इस तरह से अपहरण किया है। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की धारा 363 के तहत अपहरण का मामला दर्ज किया है।