- मुंबई सरकार कमाठीपुरा इलाके के पुनर्विकास का काम शुरू करने जा रही है
- 'अर्बन विलेज: कमाठीपुरा टाउनशिप' नाम का प्रोजेक्ट तीन महीने में शुरू किया जाएगा
- शहरी विकास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा-ये कार्य म्हाडा नोडल एजेंसी के माध्यम से किया जाएगा
Mumbai Red Light Area Kamathipura News: मुंबई के कमाठीपुरा का जिक्र आते ही जेहन में जो तस्वीर उभरती है वो अच्छी नहीं कही जा सकती है, दरअसल ये मुंबई का रेड लाइट एरिया है यानी यहां पर देह व्यापार होता है, वहीं यहां रहने वालों लोगों का जीवन स्तर कैसा है ये बताने की आवश्यकता नहीं।
मुंबई सरकार ने इस ओर ध्यान दिया है और इस इलाके के पुनर्विकास का काम शुरू करने जा रही है वो भी बहुत जल्दी यानी कहा जा रहा है कि यहां पर ये कार्य आने वाले तीन महीने में स्टार्ट हो जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार के शहरी विकास मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) ने कमाठीपुरा के पुनर्विकास पर फोकस करते हुए कहा कि 'अर्बन विलेज: कमाठीपुरा टाउनशिप' (Urban Village: Kamathipura township) नाम का प्रोजेक्ट तीन महीने में शुरू किया जाएगा यहां करीब 8500 घर हैं और हर किसी को 500 वर्ग फुट का घर मिलेगा, ऐसा मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बताया जा रहा है।
करीब 8000 परिवारों को नया घर मिलेगा
आव्हाड ने कहा, 'इस इलाके में काफी सालों से लोग रह रहे हैं। करीब 8000 परिवारों को नया घर मिलेगा। मौजूदा मकान मालिक और किरायेदारों को नए घर मिलेंगे हमारे पास स्थानीय निवासियों से शत प्रतिशत सहमति है और जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।" जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि ये कार्य म्हाडा नोडल एजेंसी के माध्यम से किया जाएगा।
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आव्हाड ने कहा कि कमाठीपुरा के विकास के लिए सारी प्लानिंग कर ली गई है और जल्द ही सभी विकास कार्य शुरू हो जाएंगे। वहीं उन्होंने कहा कि बीबीडी चॉल (BBD Chawl) बनने के बाद इसका नाम बदलकर बालासाहेब नगर, शरद पवार नगर और राजीव गांधी नगर कर दिया जाएगा।