- मुंबई के बीच पर दिव्यांगों और थर्ड जेंडर के लिए बनेगा शौचालय
- जैव शौचालय किए जाएंगे स्थापित
- थर्ड जेंडर के सदस्यों ने इस सोच का किया स्वागत
Mumbai BMC News: BMC की सराहनीय पहल पर एक अलग सोच विकसित होने जा रही है। अब मुंबई में रहने वाले थर्ड जेंडर्स के लिए एक अच्छी खबर आई है। शहर के थर्ड जेंडर्स को मुंबई के बीच पर सार्वजनिक शौचालय की सुविधा मिलने वाली है। मिली जानकारी के अनुसार बृहन्मुंबई नगर निगम इन शौचालयों को बनाने की तैयारी कर रही है।
इसके लिए योजना तैयार की जा रही है। जिसका लाभ थर्ड जेंडर ले पाएंगे। डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर डॉ. संगीता हसनले ने बताया कि, बीएमसी जल्द ही शहर के विभिन्न बीच पर शौचालय स्थापित करने वाली है।
बीएमसी के पहल का किया स्वागत
थर्ड जेंडर समाज की एक कार्यकर्ता ने कहा कि, हमारे सदस्यों ने इस सोच का स्वागत किया है। इस बात को जानकर उन्हें खुशी हुई कि उनकी परेशानियों को बीएमसी ने समझा। उन्होंने कहा कि बीएमसी ने हमारे अधिकारों पर विचार किया ये बहुत बड़ी बात है। हम लोग सार्वजनिक शौचालयों का स्वतंत्र रूप से उपयोग नहीं कर सकते। सार्वजनिक शौचालयों में उनके सामने आने वाली समस्याओं के बारे में बताते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पुरुषों के शौचालयों में हमें कई बार शारीरिक और यौन शोषण का सामना करना पड़ता है। महिला शौचालयों में हम सामाजिक शोषण का सामना करते हैं। अगर बीएमसी हमें अलग शौचालय उपलब्ध करवाएगी तो इससे हमारी परेशानी दूर हो सकती है।
ऐसा होगा थर्ड जेंडर्स के लिए बनने वाला शौचालय
बीएमसी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, रूफ टॉप सोलर पावर्ड यूनिट के साथ 27 शौचालय स्थापित किए जाएंगे। इस योजना पर 3.20 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। ये शौचालय गिरगांव, दादर-माहिम, जुहू, वर्सोवा, मध-मार्वे और मनोरी-गोरई के बीच पर बनाए जाएंगे। बीएमसी की ओर से पिछले कुछ सालों में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण शुरू किया गया है, जिसमें बच्चों, शारीरिक रूप से विकलांग और वृद्धों द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। थर्ड जेंडर्स के लिए बनने वाले शौचालय जैव-शौचालय होंगे। बीएमसी के इस निर्णय का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।