- फास्ट एंड फ्यूरियस मूवी मूवी देखकर कार को कराया मॉडिफाई
- कार चंद सेकेंड में पकड़ लेती थी 200 किलोमीटर की रफ्तार
- मुंबई में लूट कर 20 घंटे में पहुंच जाते थे यूपी के सिद्धार्थनगर
Mumbai Crime: हॉलीवुड की मूवी (फास्ट एंड फ्यूरियस मूवी ) यूपी के दो सगे भाईयों को इतनी पसंद आई की वो मुंबई के सबसे शातिर लुटेरों की लिस्ट में शामिल हो गए। ये दोनों लुटेरे मुंबई में लूट करते और फिर निकल जाते अपने मूल शहर यूपी के सिद्धार्थनगर जिला। हाईवे पर इनकी कार चंद सेकेंड में 200 किलोमीटर की रफ्तार से फर्राटा भरने लगती। पुलिस जब तक इनको पकड़ने की कोशिश करती, तब तक ये उनकी पहुंच से दूर जा चुके होते थे। इन दोनों लुटेरे ने पिछले कुछ माह से मुंबई पुलिस की नाक में दम कर रखा था। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस से मदद मांगी और जब यूपी एसटीएफ ने इन दोनों बदमाशों को दबोचा तो इनकी पुरानी कार देखकर हैरान हो गई।
यह कार पुरानी भले ही थी, लेकिन थी बहुत तेज। इन आरोपियों ने फास्ट एंड फ्यूरियस मूवी से प्रभावित होकर अपने इस कार को पूरी तरह से मॉडिफाइड करा रखा था। यह कारण चंद सेकेंड में 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती थी। दोनों डकैत मुंबई में डकैती डालते और फिर जब तक पुलिस इनकी तलाश शुरू करती, तब तक ये अपनी इस खास कार से सिद्धार्थनगर के लिए रवाना हो जाते थे। ये आरोपी इस तेज रफ्तार कार से 20 घंटे में ही मुंबई से सिद्धार्थनगर पहुंच जाते थे।
यूपी में घर से दबोचा
मुंबई पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी खुर्शीद व उसका भाई अशरफ सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ थाने के धनौरा मुस्तहकम के रहने वाले हैं। इन दोनों को यूपी एसटीएफ ने मुंबई पुलिस की सूचना के आधार पर उनके घर से ही दबोचा। यूपी एसटीएफ के जांच में पता चला है कि इन दोनों का उत्तर प्रदेश में कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। ये आरोपी सिर्फ मुंबई में डकैती व चोरी की घटना को अंजाम देते थे। दोनों आरोपी हर घटना के बाद सिद्धार्थनगर आ जाते थे। मुंबई पुलिस के अनुसार इन दोनों आरोपियों पर मुंबई के विभिन्न थानों में करीब 8 मामले दर्ज हैं। वहीं कई ऐसे मामले हैं, जिनमें इनकी भूमिका का संदेह है।
पुलिस को चकमा देकर 16 मंजिली बिल्डिंग से भागा था खुर्शीद
मुंबई पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी खुर्शीद को वर्ष 2020 में चोरी के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। जेल भेजने के कुछ दिनों बाद उसे कोरोना संक्रमण हो गया। इसलिए उसे पुलिस सुरक्षा के बीच एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। इस दौरान वह पुलिस कर्मियों को चकमा देकर अस्पताल की 16 मंजिला इमारत से पाइप के जरिये उतर गया और अपने भाई के साथ फरार हो गया।