मुंबई : मुंबई पुलिस ने बांग्लादेश के अवैध नागरिकों को फर्जी दस्तावेज बनाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने साकीनाका इलाके में दो बांग्लादेशी नागरिकों एवं दो एजेंटों को गिरफ्तार किया है। हैरान करने वाली बात है कि पुलिस ने एक एजेंट के पास से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के दो विधायकों के लेटर हेड मिले हैं। आशंका जताई गई है कि विधायकों के इन लेटरहेडर का इस्तेमाल फर्जी कागजात बनाने के लिए होता था। एआईएमआईएम के जिन विधायकों के लेटर हेड मिले हैं, उनके नाम मुफ्ती मोहम्मद इस्माईल और शेख आसिफ शेख रसीद है।
सूत्रों का कहना है कि एजेंट के पास से 5 अन्य विधायकों के लेटर हेड भी मिले हैं लेकिन अभी इनके नाम का खुलासा नहीं किया गया है। सवाल है कि ये लेटर हेड असली हैं या नकली है, इसकी जांच होनी अभी बाकी है। जांच में यदि ये लेटर हेड सही साबित होते हैं तो एआईएमआईएम के इन विधायकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। फर्जी दस्तावेज का मामला सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसे गंभीर बात बताई है। भाजपा ने विधायकों के लेटर हेड की जांच कराए जाने की मांग की है। भाजपा ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से करानी चाहिए।
पुलिस ने नाशिक मालेगांव के एक एजेंट के पास से 155 आधार कार्ड, 34 पासपोर्ट, 28 पैनकार्ड, 8 राशन कार्ड, 187 बैंक और पोस्टल डिपार्टमेंट के पासबुक, 19 रबर स्टैम्प और स्कूल छोड़ने के 29 नकली लीविंग सर्टिकफिकेट बरामत किए हैं।
भाजपा प्रवक्ता अतुल भटखालकर ने कहा कि इस मामले की जल्द से जल्द जांच कर दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए। एमआईएमआईएम विधायकों के लेटर हेड की जांच होनी चाहिए। साथ ही इस पूरे मामले की जांच एनआईए को सौंपा जाना चाहिए।