- आईटी विभाग ने अजित पवार से जुड़ी पांच संपत्तियों को जब्त करने के आदेश दिए हैं
- महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एवं राकांपा नेता की ये संपत्तियां दिल्ली एवं गोवा में बताई जा रही हैं
- इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने राकांपा नेता अनिल देशमुख को सोमवार को गिरफ्तार किया
मुंबई : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार पर आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। आयरकर विभाग ने अजित पवार से जुड़ी पांच सपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया है। ये संपत्तियां 1000 करोड़ रुपए मूल्य से ज्यादा की बताई जा रही हैं। अजीत पवार के परिवार एवं उनसे जुड़ी ये संपत्तियां कई शहरों में हैं। ये संपत्तियां साउथ दिल्ली एवं गोवा में बताई जा रही हैं।
जांच पूरी होने तक संपत्तियों को बेच नहीं सकेंगे
रिपोर्टों की मानें तो अजित पवार को अगले 90 दिनों में साबित करना होगा कि जब्त संपत्तियां अज्ञात एवं अवैध राशि से नहीं खरीदी गई हैं। इसके अलावा जांच एजेंसी की जांच जब तक जारी रहेगी तब तक उप मुख्यमंत्री इन संपत्तियों को बेच नहीं सकते। अजित पवार राकांपा के अध्यक्ष एवं सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे हैं। अजित पवार पर आरोप हैं कि उनके पास अवैध संपत्तियां हैं। केंद्रीय एजेंसियां इन आरोपों की जांच कर रही हैं।
अनिल देशमुख को ईडी ने किया गिरफ्तार
इससे पहले राकांपा नेता अनिल देशमुख पर ईडी ने शिकंजा कसा है। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में देशमुख को गिरफ्तार किया है। मनी लॉन्ड्रिंग केस में सोमवार को करीब 12 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार किया। मनी लॉन्ड्रिंग केस में यह बड़ी गिरफ्तारी है। इसके पहले ईडी देशमुख के निजी सहायक कुंदन शिंदे एवं निजी सचिव संजीव पलांदे को गिरफ्तार कर चुकी है। देशमुख की गिरफ्तारी के बाद राकांपा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आक्रामक हो सकती है।