- 9 शहरों को 5 स्टार रेटिंग, 166 शहरों को 3 स्टार रेटिंग और 167 शहरों के सिंगल स्टार रेटिंग दी गई है।
- डोर-टू-डोर कैंपेन के तहत 86 हजार से ज्यादा वॉर्ड से कचरा उठाया जा रहा है।
- स्वच्छ भारत अभियान 2.0 के तहत 2238 शहरी निकाय शामिल हो चुके हैं।
नई दिल्ली: देश के सभी शहर 2026 तक कचरा फ्री करने की तैयारी है। इसके लिए सरकार ने स्टार रेटिंग गाइडलाइन में बदलाव किया है। जिसके जरिए ज्यादा शहर इस अभियान में शामिल हो सके। अब तक इस अभियान से 2238 शहर जुड़ चुके हैं। और 9 शहरों को 5 स्टार रेटिंग मिली है।
क्या है प्लान
सरकार की योजना है कि 2026 तक देश के शहरों को कचरा मुक्त कर दिया जाय। योजना के तहत स्वच्छ भारत मिशन 2.0 में पंरपरागत कचरे के मैदानों का समाधान करना, निर्माण और कचरे तथा प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन का समाधान करना शामिल है। जो कि 100 प्रतिशत अपशिष्ट प्रसंस्करण पर आधारित है। शहरों को प्रोत्साहित करने के लिए स्टार रेटिंग योजना बनाई गई है। जो शहर जितना स्वच्छ होगा, उसे उतनी ज्यादा स्टार रेटिंग मिलेगी।
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हर रोज 86 हजार वॉर्ड से कचरा हो रहा है एकत्र
शहरी विकास मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार देश में डोर-टू-डोर कैंपेन के तहत 86 हजार से ज्यादा वॉर्ड से कचरा उठाया जा रहा है। और करीब 140.55 हजार टन कचरा एकत्र किया जा रहा है। और इसमें 98.32 हजार टन कचरे को प्रोसेस्ड किया जा रहा है। कचरा प्रबंधन के लिए अब तक देश के 9 शहरों को 5 स्टार रेटिंग, 166 शहरों को 3 स्टार रेटिंग और 167 शहरों के सिंगल स्टार रेटिंग दी गई है।
इस तरह मिल रही है रेटिंग
रेटिंग के लिए 16 इंडीकेटर 1 स्टार और 3 स्टार स्तरों के लिए अनिवार्य हैं। जबकि 8 इंडीकेटर को आकांक्षात्मक रखा गया है। जिसके आधार पर 5 स्टार व 7 स्टार रेटिंग दी जाएगी। अब तक देश के 50 फीसदी शहरी स्थानीय निकाय स्टार रेटिंग के दायरे में आ गए हैं। और सरकार की बाकी को भी जल्द शामिल होने की उम्मीद है। इसके तहत सरकार की कोशिश है कि सभी शहर कम से कम 3 स्टार रेटिंग प्राप्त कर सके। साथ ही इसके लिए जरूरी गाइडेंस और प्रशिक्षण भी देने की तैयारी है।
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