- गौतमबुद्ध नगर में बढ़ रहा है साइबर क्राइम
- गौतमबुद्ध नगर पुलिस और साइबर सेल ने साइबर क्राइम पर कसी नकेल
- पुलिस की ओर से जारी की गई एडवाइजरी
Gautambuddha Nagar Cyber Crime News: गौतमबुद्ध नगर में आए दिन साइबर क्राइम के मामलों में बढ़ोत्तरी होती देखी जा रही है। लगभग हर रोज जिले में लोग बड़ी संख्या में साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर में साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने लोगों को जागरूक करने के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिससे आम लोग साइबर ठगी का बच सकें।
गौतमबुद्ध नगर के कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया कि, जॉब, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, सोशल मीडिया के माध्यम से नौकरी दिलाने, डाटा एंट्री, व्हाट्सएप इंस्टाग्राम पर ऑफर के बहाने दिए गए लिंक के माध्यम से लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। इससे बचाव के लिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस की ओर से आम लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है, जिससे कि लोग साइबर ठगी से सर्तक रहें।
बिना जानकारी के रजिस्ट्रेशन फीस ना दें
पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर श्री आलोक सिंह के निर्देशानुसार कमिश्नरेट गौमतबुद्धनगर की साइबर सेल द्वारा जनपदवासियों को हर रोज हो रहे तहर-तरह के साइबर क्राइम से बचाने के लिए एक पूरी एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाइजरी में कहा गया है कि ऑनलाइन नौकरी के नाम पर बिना जानकारी के रजिस्ट्रेशन फीस या डॉक्युमेंट वेरीफिकेशन फीस के नाम किसी को पैसा ना दें। इसके साथ ही कहा गया कि डाटा एंट्री के नाम पर ठगी बढ़ रही है, ऐसे में किसी कंपनी का हिस्सा बनने से पहले मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पाेरेट की बेवसाइट पर कंपनी का नाम सर्च करें और कंपनी की सारी डिटेल्स और रिव्यू अवश्य पढ़ें।
जरूरी दस्तावेज ना करें साझा
किसी भी ऑनलाइन जॉब या किसी भी तरह के ऑनलाइन कार्य के लिए अपने जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य कोई केवाईसी डॉक्यूमेंट ना दें। जालसाज आपके इन डॉक्यूमेंट्स का गलत प्रयोग कर आपके साथ बड़ी ठगी कर सकते हैं। एडवाइजरी में आगे कहा गया बिना किसी फिजिकल वेरिफिकेशन के अपने आईडी तथा अन्य डॉक्यूमेंट ईमेल या व्हाट्सएप पर साझा ना करें। इसके साथ ही पैसे जमा करने से पहले बैंक खाता धारक का नाम चेक करें, यदि वह कंपनी के नाम से अलग है, तो समझ जाएं कि वह फ्रॉड कॉल है।