- 72.5 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर खर्च होंगे 12,929 करोड़ रुपये
- दो चरण में बनने वाले इस इस मेट्रो कॉरिडर में होंगे 10 स्टेशन
- 24 अगस्त को वाईईआईडीए की बोर्ड बैठक में होगी डीपीआर पर चर्चा
Noida News: नोएडा के जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने के प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू हो गया है। इस मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के तहत नॉलेज पार्क 2 से नयी दिल्ली रेलवे-स्टेशन मेट्रो परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर डीएमआरसी ने यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (वाईईआईडीए) को सौंप दी है। डीएमआरसी अधिकारियों के अनुसार तैयार किए गए डीपीआर के मुताबिक, नॉलेज पार्क से नई दिल्ली तक 37.5 किलोमीटर का कॉरिडोर तैयार किया जाएगा। इस कॉरिडोर का 3.5 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत होगा, बाकि पिलर पर। इस कॉरिडोर पर करीब 7600 करोड़ रुपये का खर्च आने की संभावना है। यह नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे से होकर साथ-साथ गुजरेगा। इसे नोएडा के नॉलेज पार्क से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जोड़ा जाएगा।
डीएमआरसी की तरफ से मेट्रो परियोजना का डीपीआर मिलने के बाद अब वाईईआईडीए इस पर चर्चा कर प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने का कार्य करेगा। इस डीपीआर को 24 अगस्त को होने वाली बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। वाईईआईडीए के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल दिसंबर तक मेट्रो कॉरिडोर से संबंधित सभी जरूरी अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) हासिल कर लिए जाएं।
72.5 किलोमीटर का लंबा होगा पूरा कॉरिडोर
जेवर और आईजीआई एयरपोर्ट को मेट्रो द्वारा जोड़ने की योजना के बारे में जानकारी देते हुए वाईईआईडीए के अधिकारियों ने बताया कि जेवर से दिल्ली को जोड़ने के लिए दो चरणों में मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा। दोनों चरणों में करीब 12,929 करोड़ रुपये की लागत आएगी। पहले चरण में जेवर से नॉलेज पार्क तक कॉरिडोर बनाने में 5,329 करोड़ रुपये खर्च होंगे, वहीं दूसरे चरण में नॉलेज पार्क से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को जोड़ने के कार्य में 7,6000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। अधिकारियों के अनुसार यह कॉरिडोर एक्वा लाइन से अलग होगा और इसका अधिकतर हिस्सा नोएडा एक्सप्रेस-वे के साथ साथ होकर चलेगा। इस पूरे कॉरिडोर पर कुल 10 स्टेशन बनाए जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार इस मेट्रो लाइन पर मेट्रो सबसे तेज गति से दौड़ेंगी। यहां पर मेट्री की औसत स्पीड 100 किलोमीटर होगी। और जेवर से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक कुल 72.5 किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करने में यात्रियों को करीब 1.15 मिनट लगेंगे। इस कॉरिडोर को दो साल में तैयार करने की योजना है।