- ऑनलाइन गेम की लत ने बुझाए कई घरों के चिराग
- नोएडा के सेक्टर 122 में बच्चे की हुई मौत
- पहले भी सामने आ चुके हैं कई दिल दहला देने वाले मामले
Child Carelessness Accidents: कभी ब्लू व्हेल गेम तो कभी पबजी, कभी वीडियो बनाने की जल्दबाजी तो कभी सेल्फी का चक्कर, न जाने कितने ही बच्चे खेल—खेल में अपनी जिंदगियां खो चुके हैं। ताजा मामला सामने आया है नोएडा के सेक्टर 122 के पृथला गांव से। यहां सुपरमैन की तरह उड़ने की कोशिश में 13 साल का एक बच्चा अपनी जान गंवा बैठा। खेल—खेल में बच्चों की मौत का ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्होंने हर एक पेरेंट्स को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।
खेल—खेल में लग गई फांसी
जनवरी, 2022 में दिल्ली में एक बच्चे को खेल—खेल में फांसी लग गई। यह बच्चा बंशू घर पर ही अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी उसके लगे में फंदा लग गया। अन्य बच्चे बंशू के पिता को बुलाकर लाए लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी।
टायर चलाते—चलाते तालाब में डूबे दो बच्चे
इसी साल की शुरुआत में जनवरी माह में मुजफ्फरनगर में दो भाइयों की खेल—खेल में मौत हो गई। बच्चों के पिता नदीम रिक्शा चालक थे। उनके काम पर जाने के बाद दोनों भाई पुराने टायर को चला—चलाकर खेलने लगे। इसी दौरान वे तालाब में डूब गए। बच्चों को डूबता देख कई लोग उन्हें बचाने भागे, लेकिन दोनों ही बच्चे बच न सके।
लुक्का—छिप्पी के खेल में जिंदगी हार गए पांच बच्चे
पिछले साल मार्च में राजस्थान के बीकानेर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। यहां लुक्का—छिप्पी के खेल में पांच बच्चे जिंदगी हार गए। इनमें से चार भाई—बहन थे, वहीं एक बच्चा पड़ोस में रहने वाला था। इन बच्चों के माता—पिता खेत पर काम करने गए थे। पीछे से बच्चे लुक्का—छिप्पी खेल रहे थे। इस दौरान पांच बच्चे अनाज की टंकी में जा छिपे और टंकी का ढक्कन बंद हो गया। जिसके बाद दम घुटने से पांचों की मौत हो गई। सभी बच्चों की उम्र आठ साल से कम थी। वहीं 21 मार्च, 2021 में यानी इस घटना से एक दिन पहले राजस्थान के झुंझुनूं में मिट्टी में दबने से चार बच्चों की मौत हो गई थी। ये बच्चे मिट्टी के टीले में घर बना रहे थे, इसी दौरान उनपर मिट्टी गिर गई और चारों की मौत हो गई।
ऑनलाइन गेम में रुपए गांवने पर बच्चे ने किया सुसाइड
अगस्त 2021 में ऑनलाइन गेम की लत ने एक बच्चे की जान ले ली। मध्यप्रदेश का छतरपुर निवासी 13 साल का बच्चा ऑनलाइन गेम खेलने का शौकीन था। उनसे अपनी मम्मी के अकाउंट से 1500 रुपए खर्च कर दिए। रुपए कटने का मैसेज उसकी मम्मी के पास पहुंचा तो उन्होंने फोन कर बेटे को डांटा। जिसके बाद बच्चे ने आत्महत्या कर ली। अपने सुसाइड नोट में बच्चे ने लिखा कि, वह ऑनलाइन गेम के चक्कर में चालीस हजार रुपए गंवा चुका है और इस अवसाद के कारण सुसाइड कर रहा है। इससे पहले एमपी के सागर में 12 साल के बच्चे ने इसलिए आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि उसके पिता ने ज्यादा ऑनलाइन गेम खेलने के कारण उसका मोबाइल छीन लिया था।
मंगलसूत्र और चूड़ियां पहनकर बच्चे ने किया सुसाइड
साल 2019 में राजस्थान के कोटा में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। यहां 12 साल के एक बच्चे ने मंगलसूत्र और चूड़ियां पहनकर फांसी लगा ली। बच्चा ऑनलाइन गेम खेलने का आदी था। पुलिस के अनुसार, उसने गेम की एक टास्क को पूरा करने के चक्कर में फांसी लगा ली।