- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे सेक्टर 96 पर सड़क का बड़ा हिस्सा धंसा
- घंटों जाम में फंसे रहे लोग, लगा रहा लंबा जाम
- सड़क धंसने से कोई हताहत नहीं, यातायात प्रभावित
Noida-Greater Noida Expressway: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे सेक्टर-96 के करीब सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया। जिसकी वजह से इस एक्सप्रेस वे पर काफी बड़ा गड्ढा हो गया। सड़क धंसने का असर यहां से गुजरने वाले ट्रैफिक पर देखने को मिला। यहां से गुजरने वाले लोगों को बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लोग घंटों तक जाम में फंसे रहे। ये घटना तब हुई जब लोगों के ऑफिस से काम खत्म करके घर जाने का समय था। लेकिन इस गड्ढे की वजह से महामाया से ग्रेटर नोएडा की ओर जाने वाले रास्ते में काफी लंबा जाम लग गया।
बता दें कि सेक्टर 96 के करीब अंडरपास का काम चल रहा था जिसके लिए पुशबैक तकनीक का प्रयोग किया जा रहा था लेकिन इसी दौरान एक्सप्रेस की सड़क का एक बड़ा हिस्सा नीचे धंस गया। इससे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर करीब 12 से 15 फीट लंबा गहरा गड्ढा हो गया। सड़क पर हुए गड्ढे की तस्वीरें बेहद चौकाने वाली है। गनीमत ये रही है कि सड़क धंसने से कोई हताहत नहीं हुआ।
ट्वीटर पर ट्रैफिक पुलिस से शिकायत
बता दें कि सड़क धंंसने से परेशान लोगों ने ट्विटर पर इसकी शिकायत ट्रैफिक पुलिस से की। इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। पुलिस ने गड्ढे के आस-पास बैरिकेटिंग कर दो लेन को पूरी तरह बंद कर दिया और फिर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से शुरू करवाया। वहीं दूसरी तरफ सड़क के गड्ढे को भरवाने के लिए भी तेजी से काम शुरू हो गया। पुलिस ने निर्माणाधीन एजेंसियों के साथ मिलकर सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू करवा दिया। इस दौरान एक्सप्रेस वे पर जेसीबी मशीनें भी दौड़ती नजर आईं। आपको बता दें कि इस एक्सप्रेस वे का निर्माण करीब 400 करोड़ रुपए से किया गया था।
पास में ही ट्विन टॉवर होना है ध्वस्त
जानकारी के लिए बता दें कि यहां से सेक्टर 93 ए का वो क्षेत्र भी बेहद पास में है जहां 28 अगस्त को सुपरटेक के ट्विन टॉवरों को ध्वस्त करने की तैयारी है। इसके लिए पूरी प्रक्रिया लगभग हो गई है। बता दें कि ट्विन टॉवरों को गिराने के लिए 3700 किलो का विस्फोटक लगा दिया गया है। जिस वक्त इन टॉवरों को ब्लास्ट करके ध्वस्त किया जाएगा उस वक्त आस-पास के सभी इलाकों को खाली करवा लिया जाएगा। बता दें कि एक्सप्रेस वे को भी आधे घंटे के लिए बंद करने की योजना है।