- मुंबई-पुणे के पुराने हाईवे पर खोपोली के रास्ते लोनावाला में भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई है
- भारी वाहनों के आने से बढ़ रहे हादसों की वजह से पुणे कलेक्टर ने लिया है फैसला
- पुणे ट्रैफिक पुलिस से इस नियम का पालन करवाने के किए दिशा-निर्देश जारी
Pune News: पुणे के लोनावाला में ट्रैफिक को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। पुराने मुंबई -पुणे हाईवे पर खोपोली के रास्ते लोनावला शहर में भारी वाहनों के आने से हादसों की संख्या बढ़ रही थी। इसके बाद इस रास्ते पर पुणे कलेक्टर के आदेश के बाद भारी वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। लोनावलाकर समिति की डॉ. किरण गायकवाड़ ने बताया कि चार महीने पहले लोनावाला में 'रस्ता रोको' आंदोलन हुआ था। सभी दलों के प्रमुखों द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया था। इसी प्रकरण को संज्ञान में लेने के बाद पुराने हाईवे के रास्ते लोनावाला में भारी वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार एक निजी कंपनी ने हाईवे पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए साइन बोर्ड लगाकर जन जागरूकता शुरू कर दी गई है। खोपोली के रास्ते लोनावाला आने वाले भारी वाहनों पर रोक लगाने के लिए ये प्रयास कई दिनों से किए जा रहे थे।
पुणे जिला कलेक्टर ने भारी मांग के बाद जारी किया आदेश
मिली जानकारी के अनुसार पुणे जिला कलेक्टर ने इस संबंध में आदेश जारी कर प्रतिबंध लागू कर दिया है। हाईवे पुलिस ने लोनावाला शहर से गुजरने वाले भारी वाहनों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। हालांकि, इन वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए, शहर के दोनों ओर प्रवेश बिंदुओं पर पुलिस अधिकारियों को तैनात कर दिया गया है और उन्हें बाहरी मार्ग से डायवर्ट करना शुरू हो चुका है। बता दें कि इससे लोनावाला शहर में जाम से मुक्ति मिल जाएगी। दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।
हाईवे पुलिस को आदेश का पालन करने का निर्देश
लोनावलाकर समिति की गायकवाड़ ने कहा है कि पुणे कलेक्टर के आदेश को बाद में बोरघाट और खंडाला हाईवे पुलिस को भी जारी किए गए आदेश का पालन कराना चाहिए। भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने बताया कि लोनावाला शहर में हो रहे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाएं जगजाहिर हैं। चूंकि इन दोनों समस्याओं से स्थानीय नागरिकों को असुविधा हो रही थी।