- पुणे रेलवे स्टेशन पर अब यात्रियों को ट्रेन में ही मिल सकेगी कंफर्म सीट
- रेलवे बोर्ड ने पुणे मंडल को दी 96 हैंड हेल्ड टर्मिनल मशीनें
- अभी यह सुविधा पुणे स्टेशन से होकर जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में ही होगी लागू
Pune News: पुणे रेलवे स्टेशन से सफर करने वाले किसी यात्री के पास अगर कन्फर्म टिकट नहीं है और ट्रेन में सीट उपलब्ध है, तो यात्री को अब टिकट कलेक्टर (टीसी) से अनुरोध करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसका कारण यह है कि पुणे स्टेशन पर अब यात्री चार्ट बनाए जाते समय ही ट्रेन में उपलब्ध सीटों की संख्या की जानकारी यात्रियों को उनके मोबाइल और स्टेशन पर लगी स्क्रीन पर दिख जाएगी। इन सीटों के साथ ही यात्रियों को ट्रेन में ही कंफर्म टिकट मिल सकेगा।
पुणे रेलवे मंडल को रेलवे बोर्ड से 96 हैंड हेल्ड टर्मिनल मशीनें मिली हैं, जिसके माध्यम से रेलवे अब यह सुविधा उपलब्ध कराएगा। इस संबंध में रेलवे प्रशासन अभी पूरी योजना तैयार करने में जुटा है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, लंबी दूरी की ट्रेनों में बीच में पड़ने वाले स्टेशनों पर कई बार सीटें खाली रहती हैं, लेकिन इसकी जानकारी यात्रियों को नहीं मिल पाती, जिससे यात्रियों के साथ रेलवे को भी नुकसान होता है। अब ट्रेन में दो स्टेशनों के बीच खाली रहने वाली सभी सीटों की जानकारी यात्रियों को मिल सकेगी। साथ ही यात्री उन सीटों पर यात्रा भी कर सकेंगे।
अभी कुछ ट्रेनों में ही उपलब्ध होगी यह सुविधा
पुणे मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक डॉ मिलिंद हिर्वे ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने यह फैसला कुछ साल पहले टिकट निरीक्षण के काम में पारदर्शिता लाने के लिए लिया था। जिसे अब लागू किया जा रहा है। हालांकि, यह सुविधा सभी ट्रेनों में उपलब्ध नहीं होगी। अभी कुछ ट्रेनों में ही टिकट पर्यवेक्षकों को एचएचटी मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी। अधिकारियों के अनुसार अभी शुरुआती दौर में शताब्दी, हमसफर आदि ट्रेनों में तैनात टीसी को ही ये एचएचटी मशीन दी जाएगी। इस मशीन में एक सिम कार्ड होगा जो सीधे आरक्षण केंद्र से जुड़ा होगा। इससे टीसी को खाली सीट की जानकारी मिल जाएगी और वह पूरी डिटेल उसमें डाल देगा, जिससे यह जानकारी स्टेशन पर मौजूद यात्रियों तक पहुंच जाएगी।
यात्रियों को होगा यह फायदा
बता दें कि ट्रेनों का मुख्य चार्ट बनाने के बाद भी अगर कोई सीट उपलब्ध रहती है तो अभी इसकी जानकारी यात्रियों को नहीं मिल पाती, जिससे वेटिंग वाले यात्री लौट जाते हैं, लेकिन इससे यात्रियों को यह पता चल जाएगा कि कौन से कोच में और कितनी सीटें खाली हैं। जिसके बाद वे उस बोगी में जाकर कन्फर्म टिकट बनवा सकेंगे। इसके लिए यात्रियों से कोई जुर्माना भी नहीं लिया जाएगा।