- एमबीबीएस छात्र अपने घर में ढेर सारे कबूतर और अन्य पक्षी पाले हुए था
- विरोध करने पर छात्र ने अपने पड़ोसी की बेरहमी से पीटा
- घटना में छात्रा के साथ उसके दो दोस्त भी थे शामिल
Pune Crime News: अपने अक्षय कुमार की फिल्म 2.0 तो देखी ही होगी। इस फिल्म में उनके किरदार का नाम पक्षीराजन था, जिसने पक्षियों की रक्षा के लिए हिंसक रास्ता अपनाया था। ऐसा ही एक पक्षीराजन असल जिंदगी में देखने को मिला है। डॉक्टरों का कहना है कि कबूतर का गोबर सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है और नागरिकों को पक्षियों को खाना नहीं खिलाने की सलाह देते हैं। बीते कुछ वक्त से एक एमबीबीएस छात्र अपने घर में ढेर सारे कबूतर और अन्य पक्षी पाले हुए थे। वह उन्हें खाना भी खिलाता था। अब इसका विरोध करने पर छात्र ने अपने पड़ोसी की बेरहमी से पिटाई कर दी है। घटना में छात्रा के साथ उसके दो दोस्त भी शामिल थे।
पीड़ित ने आरोपी एमबीबीएस छात्र और उसके दोस्तों की पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद तीनों को गिरफ्तार किया है। पीड़ित ने बताया है कि, आरोपी के घर में सैंकड़ों पक्षी हैं। आरोपियों की पहचान चेतन जवाले, ऋतिक जाधव और आशुतोष रोकड़े के तौर पर हुई है। जबकि पीड़ित का नाम रूपेश चव्हाण है।
आरोपी विदेश में कर रहा मेडिकल की पढ़ाई
मुख्य आरोपी जवाले विदेश में मेडिकल का छात्र है। जवाले के घर में सैकड़ों कबूतर थे जिन्हें उसने छत पर बड़े पिंजरों में रखा था। वह पक्षियों को खाना खिलाता था। इस दौरान पक्षियों का खाना रूपेश चव्हाण के घर में गिर जाता था। चव्हाण और उनकी पत्नी ने मुंडवा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने दावा किया कि कबूतर की गंदगी उनकी खिड़की पर गिरती, जिससे बदबू होती। उन्होंने पुलिस को बताया कि, उनकी नींद में खलल डालने के अलावा, पक्षियों को खाना खिलाने से त्वचा से जुड़ी समस्या हो रही थी।
पुलिस ने पहले भी दी थी आरोपी छात्र को चेतावनी
इस मामले में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ब्रम्हानंद नाइकवाड़ी ने कहा कि, कई शिकायतों के बाद हमने आरोपी जवाले को सभी पक्षियों को छोड़ने के लिए कहा और उसे पड़ोसियों को परेशानी न करने की चेतावनी दी थी। ऐसे में गुस्से में आकर जवाले ने चव्हाण को मारने की योजना बनाई। जवाले ने अपने दोस्त रोकाडे और जाधव के साथ मिलकर पीड़ित चव्हाण पर धारदार हथियारों से हमला किया। हमले में पीड़ित को सिर, हाथ और पीठ पर चोटें आईं लेकिन वह भागने में सफल रहा। पूरा हमला सीसीटीवी में कैद हो गई है, जिसमें आरोपी अपने चेहरे ढके हुए नजर आ रहे हैं।
धारदार हथियार से किया था हमला
पुलिस ने आगे बताया है कि, घटना के तुरंत बाद तीनों आरोपियों ने अपने खून से सने कपड़े, हथियार निकाल लिए और सबूतों को ठिकाने लगाने के लिए नाले में फेंक दिए। कांस्टेबल दिनेश भांडुगे को आरोपियों के ठिकाने की सूचना मिली और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों को भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 324 (स्वेच्छा से खतरनाक हथियारों या साधनों से चोट पहुंचाना) और 34 (सामान्य इरादे) के तहत गिरफ्तार किया गया है।