- बालगंधर्व नाट्यगृह को अब तोड़ कर होगा पुन:निर्माण
- यहां बनेंगी अलग-अलग क्षमता की तीन गैलरी
- प्रशासन का दावा सांस्कृतिक विरासत को संजो कर रखेंगे
Pune Balgandharva Theater: पुणे की पहचान और गौरव बालगंधर्व नाट्यगृह को अब नए तरीके से बनाया जाएगा। इससे बनाने के लिए टेक्नीकल प्रोसेस शुरू हो गई है। जल्द ही इसका डिजाइन फाइनल होने के बाद निर्माण भी शुरू हो जाएगा। इस नाट्यगृह को अब विश्वस्तरीय स्वरूप दिया जाएगा। साथ ही यहां पर कई अन्य सुविधाओं को भी विकसित किया जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल ने देते हुए कहा कि, पुणे की सांस्कृतिक विरासत बालगंधर्व नाट्यगृह के पुनर्विकास का निर्णय सभी को साथ लेकर किया गया है।
दरअसल, बालगंधर्व नाट्यगृह के पुनर्विकास का कुछ लोग विरोध भी कर रहे हैं, विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि, यह पुणे की सांस्कृतिक विरासत से छेड़छाड़ करने जैसा है। इसके जवाब में पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बालगंधर्व नाट्यगृह के निर्माण की जानकारी देते हुए कहा कि, 54 वर्ष पहले पु.ल. देशपांडे के कांसेप्ट पर इस थिएटर का निर्माण कराया गया था। इस विरासत से कोई छोड़छाड़ नहीं की जाएगी।
तीन नई आर्ट गैलरी होगी
बता दें कि, बालगंधर्व नाट्यगृह 22 हजार वर्ग फुट की जगह पर बनी है। अब इसके मूल ढांचे को तोड़कर 3.5 लाख वर्ग फुट का नाट्यगृह बनाया जाना है। नए भवन में 1 हजार, 500 और 300 लोगों की क्षमता के तीन अलग-अलग थिएटर बनाए जाएंगे। बालगंधर्व नाट्यगृह के नए भवन में 10 हजार वर्ग फीट का एक और 5 हजार वर्ग फीट की दो नई आर्ट गैलरी होगी। वर्तमान में यहां अभी सिर्फ 500 फीट वर्ग की आर्ट गैलरी है। इसके अलावा, नए भवन में 800 से 900 दोपहिया और 350 फोर व्हीलर वाहनों की पार्किंग की सुविधा भी दी जाएगी। इसके साथ ही पु.ल. देशपांडे और बालगंधर्व नाट्यगृह के 54 वर्ष की यात्रा की यादों को संजोने के लिए एक गैलरी भी बनाई जाएगी। कुछ लोग इसका गलत प्रचार कर रहे हैं। इस विरासत के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी, उसे हम संजोएंगे।