- पुलिस कमिश्नरअंकुश शिंदे ने जारी किया व्हाट्सएप नंबर
- थानों में शिकायत पर सुनवाई न होने पर भेज सकते हैं यहां
- सभी थानों के नोटिस बोर्ड पर भी लगाया गया व्हाट्सएप नंबर
Pune Police: बीते माह पुलिस कमिश्नर की कमान संभालने के बाद से ही आईपीएस अंकुश शिंदे विभाग के अंदर लगातार बदलाव करने में जुटे हैं। अब कमिश्नर आम जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने लोगों की शिकायतों के लिए एक अलग व्हाट्सएप नंबर जारी किया है। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की, अगर किसी की शिकायत या समस्या को स्थानीय पुलिस या थानों में नहीं सुनवाई हो रही तो वे सीधे 9307945182 इस व्हाट्सएप नंबर पर अपनी शिकायत करें। यह शिकायत सीधे मेरे पास पहुंचेगी।
पुलिस कमिश्नर ने लोगों की समस्याओं व शिकायतों की सुनवाई के लिए न सिर्फ अलग व्हाट्सएप नंबर जारी किया है, बल्कि यह नंबर जारी होते ही सभी थानों में भी चस्पा दिया गया। पुलिस थानों के नोटिस बोर्ड पर लगाए गए इन पोस्टरों में कहा गया है कि, अगर थाने में आपकी शिकायत दर्ज नहीं हो रही तो तत्काल इस नंबर पर अपनी शिकायत व्हाट्सएप करें। इन शिकायतों को सहायक पुलिस आयुक्त दर्जे के अधिकारी द्वारा संज्ञान में लिया जाएगा। शिकायत मिलने के बाद स्थानीय पुलिस से पूछताछ की जाएगी। उसके बाद पुलिस आयुक्त कार्यालय शिकायतकर्ता की शिकायतों का निवारण करने का प्रयास करेगा।
पुलिस अधिकारियों में मचा हड़कंप
पुलिस कमिश्नर द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद पुलिस अधिकारियों व थानों में हड़कंप मच गया है। अगर स्थानीय पुलिस अधिकारी अब नागरिकों की शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया तो नागरिक व्हाट्सएप के माध्यम से सीधे पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में शिकायत दर्ज करा सकेंगे। अब थाने में आने वाले हर शिकायतकर्ता की शिकायत दर्ज कराने साथ उसके निराकरण पर जोर दिया जा रहा है।
पदभार संभालते ही सोशल सिक्योरिटी स्क्वॉड को किया था बर्खास्त
बता दें कि, कमिश्नर अंकुश शिंदे ने 20 अप्रैल को कमिश्नर का पदभार संभाला था। उन्होंने पहले ही दिन सोशल सिक्योरिटी स्क्वॉड को बर्खास्त कर दिया था। उसके बाद पुलिस कमिश्नर ने सभी थानों और अपराध शाखा के प्रदर्शन की समीक्षा की। कमिश्नर ने चेताया कि, सभी पुलिस अधिकारी और कर्मचारी किसी भी लालच के झांसे में न आएं। उन्होंने आगे कहा कि, यदि रिश्वत रोकथाम विभाग ठाणे या विभिन्न शाखाओं में छापेमारी करता है, तो संबंधित प्रमुख को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। पुलिस कमिश्नर के इस आदेश के बाद एक बार फिर से अधिकारियों में दहशत है।