- धोखाधड़ी के एक मामले में 20 लाख दिलाने के लिए ले रहा था रिश्वत
- पुणे एंटी करप्शन ब्यूरो ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा
- हड़पसर में पुलिस उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत है आरोपी
Pune Crime News: पुणे एंटी करप्शन ब्यूरो ने हड़पसर पुलिस स्टेशन के पुलिस उपनिरीक्षक सागर दिलीप पोमन को 50 हजार रिश्वत लेते पकड़ लिया है। आरोप है कि पुलिस इंस्पेक्टर ने एक धोखाधड़ी मामले में 20 लाख रुपये दिलाने के लिए रिश्वत की मांग की थी। आरोपी सागर दिलीप पोमन को हड़पसर पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि पुणे कोरेगांव पार्क स्थित मोका होटल में यह कार्रवाई की गई है। इस मामले में उत्तर प्रदेश के गोमतीनगर में रहने वाले 32 वर्षीय युवक ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी। एसीबी ने मामले का सत्यापन कराने के बाद कार्रवाई के लिए प्लान बनाया। इसके बाद आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
व्यवसायी युवक ने एसीबी का लिया सहारा
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस उपनिरीक्षक सागर दिलीप पोमन हड़पसर पुलिस स्टेशन में कार्यरत हैं। शिकायतकर्ता युवक एक व्यवसायी है। संबंधित युवक ने अपने साथ धोखाधड़ी होने की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई थी। शिकायतकर्ता के 20 लाख रुपए वापस दिलाने के लिए पोमन ने 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। इसके बाद शिकायतकर्ता युवक ने एंटी करप्शन ब्यूरो में इसकी शिकायत दर्ज करवाई थी। पुणे एसीबी द्वारा इस मामले की जांच-पड़ताल करने पर 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग करने की बात स्पष्ट हो गई।
जाल बिछाकर एसीबी ने की कार्रवाई
जानकारी के लिए बता दें कि आरोपी पोमन ने रिश्वत की रकम कोरेगांव पार्क स्थित मोका होटल में लेने की बात कही। इसके बाद पुलिस ने होटल में जाल बिछाया। फिर शिकायतकर्ता से 2000 रुपयों के 25 नोट रिश्वत के रूप में लेते हुए एसीबी ने पोमन को रंगे हाथों दबोच लिया। बता दें कि यह कार्रवाई एंटी करप्शन ब्यूरो के पुणे परिक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक राजेश बनसोड़े, अपर पुलिस अधीक्षक सूरज गुरव के मार्गदर्शन में की गई है। सरकारी कामों के लिए जनसेवकों द्वारा रिश्वत की मांग की जाने पर एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत करने की अपील एसीबी ने की है। साथ ही एसीबी की ओर से बताया गया कि किसी के रिश्वत मांगने पर एंटी करप्शन ब्यूरो की 1064 हेल्पलाइन पर संपर्क किया जा सकता है।