- पुलिस की इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर पर किया था फर्जी फोन
- बम की सूचना पर मच गया था हड़कंप, पुलिस ने चलाया जांच अभियान
- रेलवे स्टेशन का नाम बताने की एवज में मांगे थे सात करोड़ रुपए
Pune Fake Caller: पुणे रेलवे पुलिस ने आखिरकार रेलवे स्टेशन पर बम की फर्जी सूचना देने वाले बदमाशों को पकड़ लिया है। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को पकड़ा है। आपको बता दें कि मंगलवार दोपहर को मुंबई पुलिस के इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर एक शख्स ने सूचना दी थी कि शहर के एक रेलवे स्टेशन पर बम रखा है। स्टेशन का नाम बताने की एवज में शख्स ने सात करोड़ रुपए मांगे थे। जिसे सुनकर एक बार तो पुलिस भी हैरान रह गई थी।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह फोन कॉल चोरी के फोन से किया गया था। पुलिस ने अपने नेटवर्क के मिली जानकारी के आधार पर संदिग्धों की पहचान की और फिर टीम का गठन कर उन्हें दबोच लिया। पुणे रेलवे पुलिस ने बताया कि मामले में 33 वर्षीय भीमाजी काले और तीस वर्षीय सूरज मंगतराम ठाकुर को गिरफ्तार किया गया है। मंगतराम मूल रूप से पंजाब का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार बम की सूचना मिलने पर पूरे स्टेशन की गहनता से जांच की गई। साथ ही उस समय स्टेशन पर रुकी और वहां से गुजरने वाली दर्जनभर से ज्यादा ट्रेनों की जांच की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला।
आरोपी ने कबूल लिया जुर्म
पुलिस ने बताया कि सबसे पहले फोन नंबरों के आधार से इसके यूजर का नाम और एड्रेस पता किया गया। उस तक पहुंचने पर पता चला कि उसका फोन चोरी हो गया था। इसके बाद संदिग्धों की सूचना मिलने पर पुलिस ने काले वाघोली में जांच अभियान चलाया और संदिग्ध को पकड़ा गया। पुलिस को आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन मिले हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने फर्जी फोन करने की बात स्वीकार ली है। पुलिस आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर उन्होंने फर्जी कॉल क्यों किया।
इसलिए किया था फर्जी कॉल
पीआई आरपीएफ प्रमोद खापिकर ने बताया कि, जिस व्यक्ति ने बम रखने का स्थान बताने के एवज में सात करोड़ रुपए की मांग की थी, गुरुवार को उसे और उसके साथी को पकड़ लिया गया। आरोपी ने बताया कि, फोन करने के दौरान वह नशे में था। आरोपियों के खिलाफ रेलवे कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।