- तितलियों को भा गया महाराष्ट्र का पुणे शहर
- पुणे के बगीचों में कई प्रजातियों की तितली
- नगर निगम ने दी तितलियों की खास जानकारी
Butterflies in Pune: रंग बिरंगी अलग-अलग प्रजातियों की तितलियों को अब पुणे शहर भा गया है। शहर के बगीचों में तितलियों की 149 प्रजातियां मिली हैं जिनमें कई तो बेहद खास हैं तो कई प्रजाति ऐसी भी हैं जो सिर्फ जंगलों में मिलती हैं। इस संबंध में पुणे नगर निगम (पीएमसी) ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के विभिन्न उद्यानों में तितलियों की 149 प्रजातियां देखी गईं। दो तितली प्रजाति 'कॉमन जे' और 'कॉमन मैप' ऐसी हैं जो सिर्फ जंगलों में मिलती हैं लेकिन अब शहर के बगीचों में फूलों पर रंग बिखेर रही हैं।
पर्यवरणविद् जयंत देशपांडे कहते हैं कि जंगलों में पाई जाने वाली तितली प्रजाति कॉमन मैप पिछले साल शहर में कई इलाकों में देखने को मिली थी, जिसका फोटोग्राफिक रिकॉर्ड भी मौजूद है। जयंत देशपांडे ने बताया कि तितलियां बहुत अच्छी संकेतक प्रजाति हैं क्योंकि वे वनस्पति पर निर्भर होती हैं। हर एक तितली प्रजाति विशिष्ट लार्वा होस्ट प्लांट्स पर निर्भर है। सबसे खास बात है कि एक तितली कैटरपिलर भूखा रह लेगा और यहां तक की मर जाएगा, लेकिन अन्य पौधों की प्रजातियों को कभी नहीं खाएगा।
वनस्पति विज्ञानी होती है तितली
जयंत देशपांडे ने आगे बताया कि जब तितली एडल्ट हो जाती है तो वो एक बहुत अच्छी वनस्पति विज्ञानी मानी जाती है। एडल्ट तितली हमेशा लार्वा होस्ट प्लांट्स पर ही अंडे देती है। अगर उसपर भी नहीं तो पौधे के आसपास ही अंडा देती है। जयंत देशपांडे ने बताया कि तितलियों की अच्छी विविधता, आसपास की वनस्पतियों में बहुत अच्छी विविधता का संकेत देती है।
पुणे में घर की छत पर तितलियों के लिए बगीचा बना चुके एक प्रोफेसर
पुणे में तितलियों को लेकर हाल ही में भी एक खबर आई थी। दरअसल एक प्रोफेसर ने अपने घर की छत पर तितलियों का बगीचा बनाया है। प्रोफेसर ने शोध के लिए अपनी छत पर ही तितलियों का बगीचा बना लिया जिसका खास ख्याल भी रखते हैं। इसी के जरिए प्रोफेसर अपना शोध भी कर रहे हैं।