- सीआईडी ने किया मामले का खुलासा
- दो साइबर अपराधियों को किया गया है गिरफ्तार, एक को किया गया है डिटेन
- पेट्रोल पंप संचालक निकला पूरे खेल का मास्टरमांइड
Ranchi News: रांची में बिजली बिल भुगतान के नाम पर हो रही साइबर ठगी का पर्दाफाश करते हुए सीआईडी ने 2 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक आरोपी को फिलहाल के लिए डिटेन कर दिया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक पेट्रोल पंप संचालक है। पेट्रोल पंप का संचालक इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड है। वह साइबर अपराध करने के बाद मिले पैसों को भी अपने पेट्रोल पंप के जरिए खपाने का काम किया करता था।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों से बिजली बिल के भुगतान के नाम पर ठगी के मामले बढ़ रहे थे। लगातार लोगों को इसके जरिए शिकार बनाया जा रहा था। ऐसा ही एक मामला रांची में प्रकाश में आया, जिसमें पीड़ित से करीब 3 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया था। मामले में कार्रवाई करते हुए सीआईडी की टीम ने आरोपी को पकड़ लिया। बता दें कि जब मनी ट्रेल की जानकारी ली गई तो जांच करने वाली टीम के पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि इसमें एक पेट्रोल के संचालक की भूमिका लिप्त मिली।
62 लाख रुपए पेट्रोल पंप के जरिए खपाए
मिली जानकारी के अनुसार इस प्रकरण में पेट्रोल पंप संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही एक अन्य आरोपी को भी सीआईडी ने गिरफ्तार किया है। वहीं सारठ स्थित एक पेट्रोल पंप के मैनेजर को डिटेन कर लिया गया है, जिससे पूछताछ जारी है। मामले में जानकारी देते हुए एसपी सीआईडी एस कार्तिक ने बताया है कि, ये पेट्रोल पंप मालिक पर अब तक करीब 82 मामले के मनी ट्रेल के लिंक सीआईडी की जांच टीम को मिले हैं। इतना ही नहीं करीब 62 लाख रुपए इस पेट्रोल पंप के जरिए साइबर अपराध के खपा दिए गए हैं।
ऐसे देते थे ठगी को अंजाम
जानकारी के लिए बता दें कि बिजली बिल भुगतान के नाम पर ठगी के लिए साइबर अपराधी सबसे पहले लोगों फोन कॉल करते हैं। फिर एक एप को मोबाइल में इंस्टॉल करने को कहते हैं। ये एप मोबाइल स्क्रीन को ही हैक कर लेता है। जिसके बाद ठगी की वारदात को अंजाम देने में आसानी हो जाती है। मामले को लेकर सीआईडी एसपी ने लोगों से अपील की है कि, लोग सतर्क रहें, ताकि इस तरह की वारदात में ठगे जाने से बच सके।