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Ranchi Dengue And Swine Flu: रांची में डेंगू और स्वाइन फ्लू का हाहाकार, अस्पतालों में मरीजों का हाल बेहाल

Updated Aug 28, 2022 | 21:37 IST

Ranchi Dengue And Swine Flu: झारखंड के रांची में डेंगू और स्वाइन फ्लू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। शनिवार तक चार स्वाइन फ्लू के मरीज भर्ती हो चुके हैं। वहीं डेंगू के भी 100 से ज्यादा एक्टिव मरीज हैं। सदर और रांची रिम्स में स्पेशल आइसोलेटेड वार्ड तैयार किए गए हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
रांची में डेंगू और स्वाइन फ्लू से हाहाकार
मुख्य बातें
  • रांची में डेंगू और स्वाइन फ्लू का प्रकोप
  • रिम्स व सदर में आइसोलेशन बेड की व्यवस्था
  • घर में कराया जा रहा मरीजों का इलाज

Ranchi Dengue And Swine Flu: झारखंड की राजधानी रांची में स्वाइन फ्लू और डेंगू का प्रकोप जारी है। शनिवार को रांची के मेडिकल अस्पताल में बोकारो का रहने वाला एक और स्वाइन फ्लू का मरीज भर्ती हुआ, जिसके बाद कुल मरीजों की संख्या चार हो गई है। इन मरीजों में एक महिला भी है, जो रांची की रहने वाली है। स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए रांची के रिम्स और सदर अस्पताल में 20-20 आइसोलेशन बेडों का इंतजाम भी किया गया है। इन्हीं में संदिग्ध की पहचान और इलाज किया जाने की व्यवस्था की गई है।

दूसरी ओर रांची में डेंगू के एक्टिव मरीजों की संख्या 100 के पार बताई जा रही है। हालांकि, 90 फीसदी मरीजों की संख्या सामान्य है और आइसोलेट कर उनका घर पर ही इलाज किया जा रहा है। रांची के 6 अलग-अलग अस्पतालों में 8 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। डेंगू से बचाव के लिए नगर निगम कई इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर समेत दूसरे कीटनाशकों का छिड़काव कर रहा है। 

क्या है स्वाइन फ्लू और कैसे हैं इसके लक्षण ?

कॉमन कोल्ड का ही स्वाइन फ्लू वायरस है, जिसका दूसरा नाम एच1एन1 भी है। स्वाइन फ्लू किसी सामान्य फ्लू की तरह ही होता है। समय से इलाज लेकिन बेहद जरूरी है। जब किसी इंसान को स्वाइन फ्लू होता है तो उसमें सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द, गले में दर्द जैसे लक्षण देखे जाते हैं। आजकल स्वाइन फ्लू चल रहा है, ऐसे में अगर ये लक्षण नजर आते हैं तो एक बार डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए। हालांकि, ये लक्षण और सामान्य बीमारियों के भी होते हैं, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।

रांची में क्यों फैला स्वाइन फ्लू का खतरा ?

रिपोर्ट के अनुसार, रांची के कई इलाकों में अभी तक करीब 498 सुअरों के मरने की पुष्टि की जा चुकी है। इनमें करीब 250 सुअर ऐसे थे, जिनमें स्वाइन फ्लू की पुष्टि की गई है। इससे बचाव चाहते हैं तो मास्क लगाना भी एक अच्छा तरीका है।