- गोरमोरा जंगल में एक हाथी मृत मिला
- वन विभाग के अधिकारियोंं के मुताबिक हाथी की उम्र है करीब 12 वर्ष
- हाथी की डेड बॉडी से दोनों दांत थे गायब
Ranchi News: झारखंड के जंगलों में गजराज की मौतों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। गत दिनों कई हाथियों की मौत के खुलासे फॉरेस्ट महकमा कर ही नहीं पाया था कि, अब रामगढ़ जनपद में एक और गजराज की मौत ने महकमे की नींद उड़ा दी है। जनपद के गोरमोरा जंगल में एक हाथी मृत मिला है। वन विभाग के अधिकारियोंं के मुताबिक हाथी की उम्र करीब 12 वर्ष है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक हाथी की हत्या की गई है या फिर मौत प्राकृतिक हुई है, इस बात का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा।
बहरहाल मामले की जांच की जा रही है। हालांकि अधिकारियों ने इस बात को स्वीकार किया है कि, हाथी की डेड बॉडी से उसके दोनों दांत गायब थे। अब अधिकारी इस जांच में जुटे हैं कि, कहीं हाथी दांत के लिए तो इसका शिकार नहीं किया गया था। हालांकि बिना दांत के हाथी की मृत देह पाए जाने पर महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं हाथियों के लगातार मरने की खबरों से वन विभाग के आला अधिकारी सकते में हैं।
तीन महीने में तीन हाथियों की मौत
मांडू वन विभाग रेंज अधिकारी सुरेश राम के मुताबिक, गोरमोरा जंगल इलाके से गुजर रहे ग्रामीणों ने सबसे पहले हाथी की डेड बॉडी देखी। इसके बाद विभाग के पास इसकी जानकारी आई। वन विभाग की मौके पर गई टीम को हाथी के दोनों दांत गायब मिले। प्रथम दृष्टया जांच करने पर पता चला कि दोनों दांतों को काटकर शरीर से अलग किया गया था। रेंज अधिकारी के मुताबिक जंगल में तलाशी अभियान शुरू किया गया है। हाथियों की लगातार हो रही मौत के पीछे की वजह का पता लगाया जा रहा है। इस घटना को लेकर जंगल से सटे इलाकों में बसे लोगों से पूछताछ की जा रही है। रेंज अधिकारी के मुताबिक जंगल में नियमित विचरण करने वाले ग्रामीणों से जानकारी जुटाई जा रही है। बता दें कि, 3 माह में झारखंड में लगातार तीसरे हाथी की मौत हुई है। इससे पहले 16 अगस्त को पलामू टाइगर रिजर्व में एक प्रेग्नेंट हथिनी की डेड बॉडी मिली थी। वहीं रांची जनपद के जंगल में एक जवान हाथी मृत मिला था।