- नगड़ी के जरीटोला गांव की मामला, 60 वर्षीय महिला की जा रही प्रताड़ित
- महिला के सिर पर जटानुमा बाल होने पर किया जा रहा प्रताड़ित
- 30 अगस्त की शाम से की जा रही थी मारपीट, महिला ने अब दर्ज करवाया मामला
Ranchi News : पुलिस और प्रशासन के तमाम जागरुकता कार्यक्रमों के बावजूद राजधानी में अंधविश्वास कम नहीं हो रहा है। विशेषकर महिलाओं को डायन कहकर प्रताड़ित करने के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ताजा मामला नगड़ी के जरीटोला गांव का है। यहां 60 वर्षीय महिला एवं पति के साथ मारपीट की गई है।
ग्रामीणों द्वारा 30 अगस्त की शाम से ही दोनों की बेरहमी से पिटाई की जा रही है। दरअसल महिला के सिर पर जटानुमा बाल था। इसको लेकर ग्रामीणों का कहना है कि महिला डायन है और लोगों को बीमार कर देती है। जबकि पति-पत्नी खेती करके अपना जीवनयापन कर रहे हैं।
पीट-पीटकर तोड़ डाले हाथ पैर
पीड़ित महिला ने मामले में अब शिकायत दर्ज करवाई है। इस पर जिला प्रशासन की टीम ने महिला को लोगों की प्रताड़ना से बचाया। उसे गांव से निकालकर इलाज करवाया। नगड़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 30 अगस्त की शाम से उसे एवं उसके पति को लाठी-डंडों से पीटा जा रहा है। ग्रामीणों ने उसके दांत भी तोड़ दिए हैं। उसका मोबाइल भी छीन लिया गया। महिला के सिर, पैर और कमर में चोट के गहरे निशान हैं। हाथ भी फ्रैक्चर हो गया है। वहीं पति गांव छोड़कर फरार हो गया है।
महिला को बचाने गई टीम का वाहन घेरा
महिला को प्रताड़ना से बचाने के लिए गांव पहुंची टीम के वाहन को स्थानीय महिलाओं ने घेर लिया। पीड़िता को महिलाएं डायन साबित करने में लगी थीं। किसी तरह पुलिस की टीम वहां से महिला को लेकर निकली और उसका मेडिकल करवाया। बता दें इस साल मई तक सूबे के अलग-अलग जिलों में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं। पुलिस-प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ समय में सूबे में डायन-बिसाही के नाम पर सात महिलाओं की हत्या तक की जा चुकी है। पुलिस लोगों को इस अंधविश्वास से बाहर निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।