- मिथुन का स्वामीग्रह बुध है वाणी, प्रबंधन, आत्मबल व बुद्धि का कारक।
- 15 जून 2021 को सूर्य वृष से मिथुन राशि में कर रहे प्रवेश।
- जानिए इस ज्योतिषीय घटना का किस राशि पर पड़ेगा क्या प्रभाव
Mithun Sankranti 2021 ka Rashiyo par Prabhav: सूर्य एक राशि में एक माह रहते हैं। सूर्य जिस दिन अग्रिम राशि मे प्रवेश करते हैं उसको उस राशि की संक्रांति कहते हैं। 15 जून 2021 को सूर्य वृष से मिथुन राशि में प्रवेश कर 30 दिन इस राशि में रहेंगे। मिथुन का स्वामीग्रह बुध है। सूर्य आत्मा हैं। पिता का कारक ग्रह है। सूर्य का मिथुन में होना बहुत ही शुभ है। मिथुन का स्वामीग्रह बुध वाणी, प्रबंधन, आत्मबल व बुद्धि का कारक ग्रह है।
मिथुन संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान करें तथा दान पुण्य करें। बुध के द्रव्यों पालक,मूंग व हरे वस्त्रों का दान अनन्त गुणा फलदायी है। सूर्य का मिथुन राशि में होना व्यवसाय जगत के लिए सफलता का समय रहेगा। कुछ राज्यों में राजनीतिक उथल पुथल हो सकता है।
कुछ राज्यों या केंद्र में मंत्रिमंडल का विस्तार भी संभावित है। इस महीने कुछ हिट फिल्में आएंगी। फ़िल्म व अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय के लिए यह गोचर बहुत शुभ नहीं है। बुध व सूर्य की युति बुधादित्य योग भी बनाता है। इस समय श्री गणेश जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए।
1. मेष- जॉब में आशातीत सफलता मिलेगी। व्यवसाय में लाभ व किसी नए प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ करेंगे। हेल्थ में सुधार आते रहेंगे। आईटी व मीडिया जॉब से जुड़े लोगों को सकारात्मक परिवर्तन का प्रस्ताव स्वीकार करना चाहिए। राजनीति में सफलता मिलेगी।नारंगी व हरा रंग शुभ है। प्रत्येक बुधवार को मूंग का दान करें।
2. वृष- बैंकिंग,फ़िल्म व मीडिया से जुड़े लोग जॉब में आपकी स्थिति अब बहुत ही बेहतर होगी। आप व्यवसाय को और बेहतर करेंगे तथा कोई बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है। समय की मांग को स्वीकार करें। धार्मिक सोच को विस्तार मिलेगा। प्रत्येक बुधवार को हरे वस्त्र का दान करें। नीला व सफेद रंग शुभ है।
3. मिथुन- सूर्य एक माह इसी राशि में रहेंगे।बुध व सूर्य मित्र हैं। मिथुन राशि के लोगों को इस संक्रांति का लाभ 30 दिन तक खूब मिलेगा। स्वास्थ्य के प्रति कोई भी लापरवाही मत करें। प्रतिदिन गुड़ का दान बहुत ही शुभ है। आसमानी व लाल रंग शुभ है। गाय को प्रत्येक रविवार को भोजन कराएं।
4. कर्क - व्यवसाय से सम्बद्ध जातकों के लिए सफलता का समय है। सबसे सुंदर बात यह है कि इस समय आप जमीन या वाहन क्रय कर सकते हैं। पॉलिटिक्स में मित्र आपकी मदद करेंगे। सफेद व लाल रंग शुभ है। प्रतिदिन श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का पाठ करें। बुध के द्रव्य मूंग की दाल का दान करते रहें।
5. सिंह - रिश्तों में थोड़े तनाव का समय है। राजनीतिज्ञ सफल रहेंगे। रुके धन की प्राप्ति हो सकती है । पीला व नारंगी रंग शुभ है। भगवान सूर्य की उपासना करते रहें। आप के लिए एक बहुत अच्छी बात यह रहेगी कि इन तीस दिनों में आपके कई रुके धन मिल सकते हैं।
6. कन्या - मिथुन संक्रांति आपके लिए बहुत ही शुभ है। व्यवसाय सम्बंधित कई महत्वपूर्ण व बड़े निर्णय आप इस समय लेंगे। नारंगी व हरा रंग शुभ है। प्रतिदिन श्री सूक्त का पाठ करें। राजनीतिज्ञों के लिए बहुत ही श्रेयष्कर समय है। श्री गणेश जी की उपासना करते रहें।
7. तुला - यह समय व्यवसाय के लिए बहुत ही शुभ है। यह गोचर राजनीतिज्ञों के लिए सफलता की प्राप्ति का है।सूर्य जॉब में आपकी रुकी योजनाओं को शुरू करेंगे। धार्मिक अनुष्ठान होंगे। पीला व लाल रंग शुभ है। पिता का आशीर्वाद सूर्य की शुभता को बढ़ाता है।
8. वृश्चिक - जॉब सम्बन्धी कई रुके कार्य पूर्ण होंगे। व्यवसाय में थोड़ा संघर्ष रह सकता है।धन का आगमन होगा। शिक्षा में प्रगति के मार्ग बनेंगे। स्वास्थ्य सुख में भी सुधार है। हरा व नारंगी शुभ है।
9. धनु - व्यवसाय में सफलता है। छात्र प्रगति से खुश रहेंगे। जॉब में अपने कॅरियर में प्रगति को लेकर प्रसन्न रहेंगे। लाल रंग शुभ है। सूर्य उपासना करते करते रहें। गुरु व सूर्य के बीज मंत्र को जपते रहें।
10. मकर - यह गोचर जॉब में बहुत सकरात्मक कार्य करेगा व प्रोमोशन मेंं विशेष सफलता मिलेगी। संतान के विवाह सम्बन्धित किसी निर्णय को लेकर प्रसन्न रहेंगे। सफेद रंग शुभ है। प्रत्येक रविवार को गुड़ का दान करते रहें।
11. कुम्भ - जॉब में आशातीत सफलता मिलेगी। व्यवसाय में रुकी योजनाएं प्रारम्भ होंगी। स्वास्थ्य सुख की बाधाएं दूर होंगी। नीला व हरा रंग शुभ है। प्रत्येक रविवार को सूर्य के बीज मंत्र का जप करें व गुड़ का दान करें।
12. मीन - गृह निर्माण सम्बन्धित कोई बड़ा कार्य सम्पन्न होगा। व्यवसाय में आपके लिए उपलब्धियों का समय है। सूर्य का यह परिवर्तन जॉब में कोई बड़ा अवसर दे सकता है। प्रत्येक रविवार को श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का तीन बार पाठ करें। नारंगी व सफेद रंग शुभ है। पिता का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेते रहें।