- रेडियो जॉकी को करने पड़ते हैं प्रोग्रामिंग और स्टोरी राइटिंग
- इस फील्ड में कोर्स से ज्यादा जरूरी होते हैं कई खास स्किल
- अगर आपके अंदर टैलेंट है तो आपको नहीं होगी जॉब की कमी
Radio Jockey Course: एफएम चैनलों पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों में सुनाई देनी वाली आवाज बेहद दमदार और अट्रैक्टिव होती है। इन आवाजों में ऐसा अपनापन अपनापन होता है कि हमें यह अपना दोस्त लगने लगता है। कभी-कभी आपको ऐसा भी लग सकता है जैसे ये आवाज आपके पसंद-नापसंद को अच्छी तरह से जानती है। यही वो खूबिया होती है जो किसी व्यक्ति को रेडियो जॉकी बनाती हैं, इन्हें आरजे भी कहा जाता है। अगर आप की आवाज भी अच्छी है और उस आवाज के माध्यम से आप किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं, तो आप रेडियो जॉकी को करियर विकल्प के तौर पर चुन सकते हैं।
शैक्षणिक योग्यता
आरजे बनने के लिए किसी खास प्रोफेशनल कोर्स की आवश्कता नहीं होती। हालांकि आज के समय में रेडियो प्रोग्रामिंग/जॉकिंग में कई डिग्री या डिप्लोमा का कोर्स कर सकते हैं, जिसे आप 12वीं के बाद कर सकते हैं। इन कोर्सेज में मुख्य रूप से डिप्लोमा इन रेडियो प्रोग्रामिंग व ब्रॉडकास्ट मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन रेडियो प्रोडक्शन व रेडियो जॉकी, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन रेडियो एंड ब्रॉडकास्ट मैनेजमेंट, सर्टिफिकेट कोर्स इन रेडियो जॉकिंग शामिल है।
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आरजे के लिए जरूरी स्किल्स
आरजे बनने के लिए कोर्स से ज्यादा जरूरी स्किल की पड़ती है। आरजे बनने के लिए आपमें कई स्किल्स का होना जरूरी है। आरजे को अच्छा वक्ता होने के साथ हर सिचुएशन को सही से संभालना भी आना चाहिए। साथ ही प्रेजेंटेशन स्किल भी बेहतर होना चाहिए। इसके लिए आत्मविश्वासी व हाजिरजवाब होना भी जरूरी है। इसके अलावा प्रभावशाली आवाज होने के साथ शब्दों का उच्चारण बेहद साफ व आवाज पर नियंत्रण भी होना चाहिए। आपके अंदर यह क्षमता होनी चाहिए कि आप अपनी आवाज के उतार−चढ़ाव द्वारा लोगों को आकर्षित कर सकें। वहीं लोगों को एंटरटेन करने के लिए मिमिक्री, स्थानीय बोली व कॉमेडी करना भी आना चाहिए, ताकि आप अपने शो को और भी अधिक मजेदार बना सकें।
रेडियो जॉकी का कार्य
रेडियो जॉकी का कार्य सिर्फ रेडियो शो करने तक ही सीमित नहीं होता। इन्हें स्टोरी राइटिंग, प्रोग्रामिंग, एडवरटाइजिंग करने से लेकर ऑडियो मैगजीन और डॉक्यूमेंट्री भी प्रस्तुत करना होता है। रेडियो जॉकी को न सिर्फ देश−विदेश में होने वाली गतिविधियों की जानकारी रखनी पड़ती है बल्कि अपने शहर की सांस्कृतिक गतिविधियों के बारे में भी उसे पता होना चाहिए ताकि वह अपने शो को और भी बेहतर व इंर्फोमेटिव बना सके।
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करियर ऑप्शन
भारत में रेडियो इंडस्ट्री काफी पुरानी है लेकिन फिर भी पिछले कुछ समय में इस क्षेत्र ने काफी तरक्की की है। अब रेडियो घरों से निकलकर लोगों के हाथों तक पहुंच गया है। लोग मोबाइल के माध्यम से कहीं पर अपना पसंदीदा एफएम चैनल सुन सकते हैं। यही वजह है कि रेडियो जॉकी के लिए काम की कोई कमी नहीं है। अगर आपके अंदर टैलेंट है तो आप एआईआर से लेकर टाइम्स एफएम, रेडियो मिड−डे, रेडियो वाणी, रेडियो मिर्ची व अन्य लोकल रेडियो स्टेशंस में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा आप वॉइस ओवर कमर्शियल, लाइव शो होस्ट के लिए भी ट्राई कर सकते हैं।